Himmat biswa sarma और Shivraj Singh Chauhan ने मिलकर बना दी रणनीति!

Last Updated 07 Jun 2023 02:42:06 PM IST

2024 लोकसभा चुनाव को लेकर अगर विपक्ष की पार्टियां आपस में मिल रही हैं तो भाजपा भी पीछे नहीं है। उसके नेता भी एक दूसरे से मिलकर आगामी चुनाव की रणनीति बनाने में लग गए हैं। इसी सिलसिले में बुधवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्वा शर्मा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकत की।


himant biswa sarma and shivraj singh chauhan

 शायद इन दोनों नेताओं ने इस बात पर जरूर चर्चा की होगी कि असम की 14 और मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से कितनी  सीटें जीती जा सकती हैं। हालांकि हिमंत बिश्वा शर्मा 2021 से असम के मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर अब उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से क्यों मुलाक़ात की?

भाजपा संगठन ने बहुत पहले से ही पार्टी के बड़े-बड़े  नेताओं और कई केंद्रीय मंत्रियों को कह रखा है कि वो घूम- घूम कर स्थानीय नेताओं के माध्यम से लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में बताएं। पिछले दिनों भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार की जनपयोगी योजनाओं की जानकारी दी थी। कुछ राज्यों में केंद्र सरकार के मंत्रियों ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी थी।  इसी कड़ी में शायद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्वा शर्मा ने भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकत की।

सभी पार्टियों की निगाह इस समय 2024 के लोकसभा चुनाव पर लगी हुई हैं। असम में लोकसभा की 14 जबकि मध्यप्रदेश में 29 सीटें हैं। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों मुख्यमंत्रियों ने इस बात पर चर्चा जरूर की होगी कि  अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जा सकती हैं। संभव है कि असम के मुख्यमंत्री चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश जाएँ, वहां के लोगों को सम्बोधित कर प्रभावित करने की कोशिश करें। वैसे ही शिवराज सिंह चौहान भी असम जाएँ और वहां के लोगों को सरकार की उपलब्धियों को बताकर वोटरों को प्रभावित करनी की कोशिश करें।

कुल मिलाकर भाजपा की कोशिश यही है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएँ। उसके लिए प्रयास सभी को ही करना होगा। पार्टी पदाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री या केंद्र के मंत्री, सबको जी जान से जुटना होगा। भाजपा के रणनीतिकार इस बात को अच्छी तरह से समझ रहे हैं कि 2024 का लोकसभा चुनाव इस बार आसान नहीं होने वाला है। ऐसे में आज भले ही हिमंत बिश्वा शर्मा मध्यप्रदेश गए हों,आगे इस तरह की मुलाकतें और भी होती रहेंगी और यह सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक आगामी लोकसभा चुनाव सम्पन्न नहीं हो जाता।

शंकर जी विश्वकर्मा
नई दिल्ली


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