मोदी का कद विश्व में कद्दावर नेता की श्रेणी में आने से पाकिस्तान की तरह ड्रैगन चैन छिना

Last Updated 31 May 2023 11:23:50 AM IST

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कद विश्व में कद्दावर नेता की श्रेणी में आने से विश्व के ताकतवर व विकसित देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री द्वारा मिलने को लालायित देख चीन (China) का चैन छिन गया।


चीन

मोदी के कारण भारत की बढ़ती ताकत को देख साहूकार देश चीन बैचेन हो गया इसलिए वह अब वह भी पाक की तरह काम कर रहा है। पाक जहां कश्मीर के लिए करता है उसी तर्ज पर चीन सोशल मीडिया पर मणिपुर मामले में हवा देकर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रहा है। खुफिया ने इस बाबत संवेदनशील रिपोर्ट दी है।

मणिपुर में इन दिनों जातीय हिंसा को एक माह होने को आ रहा है। इसके थमने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। मणिपुर के मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने के फैसले के खिलाफ दूसरे बड़े समुदाय कुकी और अन्य की ओर से पूरा बवाल मचा हुआ है। ख़्ाुफि़या सूत्रों के अनुसार मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से फैली हिंसा का कारण चीन की एंट्री है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालकर चीन ने भारत के खिलाफ साइबर साजिश को अंजाम देना शुरू कर दिया है। वह इस तरह की भड़काऊ पोस्ट डालकर मणिपुर हिंसा में ‘आग में घी डालने’ का काम कर रहा है। इस तरह की उसकी नापाक हरकतों के चलते अब साफ हो गया है कि इस हिंसा में चीन का हाथ है। चीन के सोशल मीडिया में भारत के खिलाफ मणिपुर हिंसा को लेकर काफी भडकाऊ बातें लिखी जा रही है।

ख़्ाुफि़या रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि एक साजिश के तहत सैकड़ों की संख्या में मणिपुर हिंसा को लेकर भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के खिलाफ भडकाऊ बातें लिखी जा रही है। चीन के सोशल मीडिया वेबो पर लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। इनमें से कई ऐसे भी वीडियो है जिनका मणिपुर हिंसा से कोई लेना देना भी नहीं है। चीनी सोशल मीडिया एकाउंट पर भारतीय सुरक्षाबलों और सेना पर मानव अधिकार हनन के भी आरोप लगाए जा रहे हैं। वेबो पर एक यूजर की तरफ से लिखा गया है कि मणिपुर के लोग भारतीय मिलीट्री पुलिस के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं।

खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक चीन से एक बड़ी साजिश के तहत मणिपुर को लेकर भारत के खिलाफ भड़काऊ बातें लिखी जा रही हैं। जानकारों के मुताबिक देश के पूर्वात्तर राज्यों में सक्रिय उग्रवादी गुटों के पास बड़ी संख्या में हथियारों की पहुंच हो रही है वो चिंता की बात है। ख़्ाुफि़या रिपोर्ट के मुताबिक़ मणिपुर में भी उग्रवादी गुट इन्हीं हथियारों की मदद से हिंसा फैला रहे हैं। इन उग्रवादियों को भी चीन के ब्लैक मार्किट से बड़ी आसनी से हथियार मिल रहे हैं। उग्रवादियों के कई कमांडरों के बारे में खुफि़या जानकारी है कि वो चीन में छुपे हुए हैं। ऐसे में चीन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

गृह मंत्री अमित शाह भी 29 मई से मणिपुर में है और वहां राज्य के मुख्यमंत्री और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ मिलकर स्थित सामान्य करने के प्रयास में लगे हुए हैं। देखा जाए तो पिछले कुछ सालों में डोकलाम और फिर गलवान में भारतीय सेना से बुरी तरह से पिटा चीन के लिए ये पचा पाना मुश्किल होता जा रहा है कि भारत अब 1962 का भारत नहीं है। चीन की तरफ से होने वाली किसी भी घुसपैठ को नाकाम करने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से तैयार हो चुकी है साथ ही आधुनिक हथियारों की एलएसी के नजदीक तैनाती से चीन परेशान है और शायद यही वजह है कि अब भारत के खिलाफ मणिपुर हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर चीन से साजिश हो रही है।

समयलाइव डेस्क
नई दिल्ली


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