तीन वर्षों में आरएसएस का विस्तार ब्लॉक स्तर तक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विस्तार को लेकर संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शनिवार को एक बड़ा ऐलान किया।
![]() संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले |
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ ने अगले 3 सालों में यानी 2024 तक देश के हर ब्लॉक तक अपने संगठन को पहुंचाने की योजना बनाई है। वर्तमान में 6,483 विकास खंडों में से 4,683 में हमारी उपस्थिति है। उन्होंने कहा कि देश में धर्मांतरण को रोकना और जनसंख्या नीति बनाना जरूरी है।
कर्नाटक के धारवाड़ में चल रहे संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के तीसरे और अंतिम दिन मीडिया से बात करते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा 2025 में संघ के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं और संघ ने अगले तीन वर्षोंं में यानी 2024 तक मंडल स्तर तक संगठन के कायरें को पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके साथ ही संघ ने 2022 से 2025 तक कम से कम दो साल का समय देने वाले कार्यकर्ताओं को भी तैयार करने का फैसला किया है।
मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने धर्मांतरण को लेकर कहा कि किसी भी प्रकार से संख्या को बढ़ाना, धोखे से, लालच से मतांतरण (धर्मांतरण) करवाना सही नहीं है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसलिए धर्मांतरण रुकना चाहिए और जिन लोगों ने धर्मांतरण कर लिया है, उन्हें घोषणा करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने वाले लोग दोनों तरफ लाभ नहीं ले सकते। उन्होंने यह भी कहा कि यदि धर्मांतरण को रोकने के लिए कानून बनता है तो संघ उसका स्वागत करेगा।
कर्नाटक के धारवाड़ में 3 दिन तक चले विचार मंथन के बारे में बताते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। संघ भी विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर इस अमृत महोत्सव के जरिए तमिलनाडु के वेलु नाचियार, कर्नाटक के अबक्का, रानी गाइदिन्ल्यू और कालापानी की सजा काटने वाले स्वतंत्रता आंदोलन के अज्ञात सेनानियों के जीवन को समाज के सामने लाने का कार्य करेगा। होसबाले ने बताया कि संघ ने धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले सिख पंथ के 9वें गुरु, गुरु तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश वर्ष पर संस्थाओं के साथ मिलकर कार्यक्रमों के आयोजन का भी फैसला किया है।
कोरोना काल में संघ के लाखों स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्य का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगर तीसरी लहर आती है तो भी संघ इससे निपटने को लेकर तैयार है, हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ईर से प्रार्थना है कि ऐसी स्थिति न बने। दीपावली पर पटाखों को प्रतिबंधित करने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि इससे समस्या का समाधान नहीं होगा। जनसंख्या नीति की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या नीति होनी चाहिए और यह समाज के सभी वगरें के लिए समान रूप से लागू होनी चाहिए।
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