भारत में कोविड-19 के 31,923 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,35,63,421 हो गई।
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वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,01,640 रह गई है, जो 187 दिन में सबसे कम है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 282 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,46,050 हो गई।
मंत्रालय ने बताया कि देश में अभी 3,01,640 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। यह कुल मामलों का 0.90 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 से सबसे कम है, जबकि लोगों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.77 प्रतिशत दर्ज की गई, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 55,83,67,013 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 15,27,443 नमूनों की जांच बुधवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 2.09 प्रतिशत है, जो पिछले 24 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.11 प्रतिशत है, जो पिछले 90 दिन से तीन प्रतिशत से कम बनी हुई है। अभी तक कुल 3,28,15,731 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 83.39 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 282 लोगों की मौत संक्रमण से हुई, उनमें से केरल के 142 लोग और महाराष्ट्र के 48 लोग थे। देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,46,050 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,38,664 लोग, कर्नाटक के 37,668 लोग, तमिलनाडु के 35,400 लोग, दिल्ली के 25,085 लोग, केरल के 24,039 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,888 लोग और पश्चिम बंगाल के 18,691 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
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