राजस्‍थान में नेशनल हाईवे पर इंडियन एयफोर्स के लड़ाकू विमानों ने की लैंडिंग, राजनाथ-गडकरी ने किया उद्घाटन

Last Updated 09 Sep 2021 12:31:41 PM IST

देश को पहला ऐसा नेशनल हाईवे मिल गया जहां वायुसेना के लड़ाकू विमान भी उतर सकेंगे। राजस्थान के बाड़मेर में बने नेशनल हाइवे का सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को उद्घाटन किया।


NH पर इंडियन एयफोर्स के लड़ाकू विमानों ने की लैंडिंग

भारतीय वायु सेना का परिवहन विमान हरक्यूलिस सी-130जे दो केंद्रीय मंत्रियों- राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी को लेकर सिर्फ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नवनिर्मित 3.5 किलोमीटर लंबी आपातकालीन लैंडिंग पट्टी पर उतरा। यह स्थल अंतरराष्ट्रीय सीमा से केवल 40 किलोमीटर की दूरी पर है।

राजस्थान के जालोर में राष्ट्रीय राजमार्ग-925 पर सट्टा-गंधव खंड पर आपातकालीन लैंडिंग पट्टी का निर्माण 43 करोड़ रुपये में किया गया है, जिसमें 5 करोड़ रुपये में भूमि अधिग्रहण भी शामिल है।

मंत्रियों ने एनएच-925 की आपातकालीन लैंडिंग सुविधा (ईएलएफ) पर कई विमान संचालन देखे। हरक्यूलिस के अलावा सुखोई-30 एमकेआई और एएन 32 आपातकालीन लैंडिंग पट्टी पर उतरे। साथ ही जगुआर लड़ाकू विमानों ने लैंडिंग स्ट्रिप पर टच एंड गो का प्रदर्शन किया।

सुखोई-30 फाइटर जेट ने भी दोनों मंत्रियों के सामने ईएलएफ पर मॉक इमरजेंसी लैंडिंग की।



भारतीय वायुसेना का एएन-32 सैन्य परिवहन विमान और एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर भी आपातकालीन पट्टी पर उतरे, जो एक सहायक सैन्य हवाई अड्डे के रूप में कार्य करने के लिए अपनी पूरी परिचालन तत्परता दिखा रहा था।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने एनएच-925 के सट्टा-गंधव खंड के 3-किमी खंड को आईएएफ के लिए ईएलएफ के रूप में विकसित किया है।

भारतीय वायु सेना के साथ समन्वय में एनएनएआई देश भर में ऐसी 27 लैंडिंग स्ट्रिप्स विकसित करने जा रहा है।



अक्टूबर 2017 में, आईएएफ के लड़ाकू जेट और परिवहन विमानों ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर मॉक लैंडिंग की थी ताकि यह दिखाया जा सके कि ऐसे राजमार्गों का उपयोग आईएएफ विमानों द्वारा आपात स्थिति में लैंडिंग के लिए किया जा सकता है।

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, जो राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं है, उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन आता है।

आपातकालीन लैंडिंग पट्टी - जिसका उद्घाटन गुरुवार को किया गया था - भारतमाला परियोजना के तहत गगरिया-बखासर और सट्टा-गंधव खंड के नव विकसित टू-लेन पेव्ड शोल्डर का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है और इसकी लागत 765.52 करोड़ रुपये है।

यह राजमार्ग परियोजना अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित बाड़मेर और जालोर जिलों के गांवों के बीच संपर्क में सुधार करेगी।

आईएएनएस
जालोर (राजस्थान)


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment