आजाद तीन दिन के लिए जम्मू पहुंचे, गुटबाजी तेज
बीते मार्च में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष से रिटायर हुए गुलाम नबी आजाद तीन दिन के दौरे पर शनिवार को जम्मू पहुंचे।
गुलाम नबी आजाद |
सूत्रों का कहना है कि उनके इस दौरे की बाबत न तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी को कोई जानकारी दी गई है और न ही पार्टी आलाकमान को कोई सूचना है। आजाद ने कहा कि वह अपने इस दौरे में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य दलों के लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा, परिसीमन के बाद यहां के विधानसभा चुनाव करवाए जाएंगे जिसके लिए सभी दलों को तैयार रहना चाहिए। आजाद इस दौरान जम्मू-कश्मीर के सियासी हालात तथा यहां हो रही गतिविधियों का जायजा लेंगे।
आजाद के इस दौरे से उनके गुट के कांग्रेसी नेताओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। जिनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद के अलावा पूर्ववर्ती सरकारों में मंत्री रहे जुगल किशोर तथा मनोहर लाल आदि प्रमुख हैं। परंतु, जम्मू एयरपोर्ट पर उनके आगमन के मौके पर न तो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर और न ही पूर्ववर्ती सरकारों में मंत्री रहे रमन भल्ला, योगेश साहनी, रविंदर शर्मा तथा मूलाराम जैसे सरीखे वरिष्ठ नेता मौजूद नहीं थे।
आजाद समर्थक नेताओं व कार्यकर्ताओं का कहना है कि आजाद यहां पार्टी संगठन की मजबूती के लिए आए हैं। कुछ नेता मांग करने की कोशिश में है कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर को हटाया जाए। प्रदेशाध्यक्ष जीए मीर और गुलाम नबी आजाद के बीच लंबे अरसे से कड़वाहटपूर्ण रिश्ते बने हुए हैं।
गुलाम नबी आजाद इससे पहले बीती 28 फरवरी को तीन दिन के लिए जम्मू आए थे। उस वक्त उनके साथ पार्टी आलाकमान को आंख दिखाने वाले जी23 के कई नेता भी आए थे। तब यहां गांधी ग्लोबल फैमिली नामक संगठन की ओर से शांति सम्मेलन आयोजित किया गया था।
उस सम्मेलन में कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी आलाकमान पर भी तीखे हमले किए थे। उनका यह कार्यक्रम मीडिया में छाया रहा था।
| Tweet |