ब्रिटेन ने भारतीय नौसेना के इंफोर्मेशन फ्यूज़न सेंटर में संपर्क अधिकारी नियुक्त किया
ब्रिटेन ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के इंफोर्मेशन फ्यूज़न सेंटर (आईएफसी) में एक संपर्क अधिकारी की नियुक्ति की। आईएफसी हिंद महासागर से संबंधित समुद्री सुरक्षा सूचना के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है।
ब्रिटेन ने भारतीय नौसेना के इंफोर्मेशन फ्यूज़न सेंटर में संपर्क अधिकारी नियुक्त किया |
हिंद महासागर ऐसा क्षेत्र है जहां चीनी नौसैनिकों की गतिविधियों में वृद्धि देखी गयी है। गुड़गांव स्थित आईएफसी में भारत के कुछ रणनीतिक साझेदारों ने अपने अधिकारियों की नियुक्ति की है।
ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा, ’ब्रिटेन के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क अधिकारी (आईएलओ) ने आज भारतीय नौसेना के इंफोर्मेशन फ्यूज़न सेंटर- हिंद महासागर क्षेत्र (आईएफसी-आईओआर) में अपना कार्यभार संभाल लिया।’’
भारतीय नौसेना ने 2018 में आईएफसी-आईओआर की स्थापना की थी ताकि समान विचारधारा वाले देशों के साथ सहयोगात्मक ढांचे के तहत इस क्षेत्र में पोतों के आवागमन के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम पर प्रभावी ढंग से नज़र रखी जा सके।
विमानवाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के नेतृत्व में ब्रिटेन के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की भारत की निर्धारित यात्रा से पहले इस केंद्र में अधिकारी की नियुक्त की गयी है।
उच्चायोग ने कहा कि लेफ्टिनेंट कमांडर स्टीफन स्मिथ केंद्र में पूर्णकालिक काम करेंगे। वह भारतीय सशस्त्र बलों तथा साझेदार देशों के सहयोगी संपर्क अधिकारियों के साथ मिल कर काम करेंगे।
बिटिश नौसेना के प्रमुख एडमिरल टोनी राडाकिन ने इसे भारत और ब्रिटेन दोनों द्वारा समुद्री क्षेत्र जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
भारत में ब्रिटेन के कार्यवाहक उच्चायुक्त जान थॉम्पसन ने कहा, ‘‘ब्रिटेन ने व्यापार, साझा सुरक्षा और मूल्यों के समर्थन में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में व्यापक, सबसे एकीकृत उपस्थिति वाला यूरोपीय देश बनने के लिए प्रतिबद्धता जतायी है.. मुझे खुशी है कि हमने साझा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए अपनी संयुक्त क्षमता को बढाने की दिशा में एक और ठोस कदम उठाया है।’
ब्रिटिश उच्चायोग में रक्षा सलाहकार गेविन थॉम्पसन ने कहा कि आईएफसी-आईओआर जानकारी साझा करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच है। उन्होंने कहा, ’ब्रिटिश संपर्क अधिकारी की नियुक्ति हिंद महासागर में सुरक्षा बढाने के लिए हमारी बढी हुई समुद्री साझेदारी का हिस्सा है।’
ऑस्ट्रेलिया ने फरवरी में इस केंद्र में अपना संपर्क अधिकारी नियुक्त किया था।
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