चक्रवात यास: ओडिशा में 10 बजे तक तटवर्तीय इलाकों से 60 हजार लोगों का निकाला

Last Updated 25 May 2021 05:59:12 PM IST

बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान यास के बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाने और चांदबली-धामरा बंदरगाह के करीब आगे बढ़ने की आशंका से तटीय ओडिशा के संवेदनशील इलाकों से मंगलवार सुबह दस बजे तक 60 हजार से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।


चक्रवात यास: ओडिशा में 10 बजे तक तटवर्तीय इलाकों से 60 हजार लोगों का निकाला

विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि सबसे संवेदनशील पांच जिलों और कुछ आसपास के जिलों में चक्रवात यास से प्रभावित होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि लोगों को निकालने की प्रक्रिया जारी है और लोगों का समर्थन मिल रहा है तथा यह निकासी प्रक्रिया आज शाम तक पूरी हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान और अंतरराष्ट्रीय सेटलाइट के आंकडों के अनुसार सरकार ने धर्मा बंदरगाह और भीतरकनिका के आसपास के 40 किलोमीटर क्षेत्र को संकेंद्रित किया है जिसे चक्रवाती तूफान यास के लिए एक उच्च-तीव्रता वाले क्षेत्र के रूप में माना जा रहा है।

श्री जेना ने कहा कि उच्च-तीव्रता वाले क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी ब्लॉकों में आज शाम से पहले ही वहां के लोगों को निकालकर सुरक्षित क्षेत्रों में भेजने पर काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि शाम तक सरकार केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों के कुछ हिस्सों के अलावा भद्रक और उसके आसपास के बालासोर जिले से भी सभी लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर भेज देगी।

एसआरसी ने कहा कि करीब 7.5 लाख लोगों के लिए पहले से ही 860 स्थायी सहित 6,900 आश्रय गृह तैयार किए गए हैं। इसके अलावा  सरकार ने लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए अन्य सार्वजनिक भवनों का उपयोग करने का निर्णय लिया था। आश्रय गृहों में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने चक्रवात से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए 700 डीजी सेट, 813 पानी के टैंकर और 1800 ओवीसी टैंक का प्रबंध कर रखा है।

श्री जेना ने कहा कि बिजली विभाग ने पहले ही चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए 10 हजार कर्मियों को लगाया हुआ है और बिजली आपूर्ति की बहाली करने के लिए इनकी संख्या को बढ़ाकर 12 हजार तक किया जाएगा।

चक्रवात के बाद की स्थिति से निपटने के लिए 27,000 बिजली के खंभे, 2600 किमी कंडक्टर, 1125 ट्रांसफार्मर और 160 जनरेटर के अलावा 500 वाहनों को मरम्मत कार्य में उपयोग लाने के लिए तैयार रखा गया है।

उन्होंने कहा कि चक्रवात के तट पर टकराने के बाद किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने इंजीनियरिंग विभाग के करीब 600 इंजीनियरों को तैनात किया है।

एसआरसी ने कहा कि इस बीच ओडिशा में आज सुबह से कई हिस्सों में भारी बारिश होने शुरू हो गयी है। कम से कम 37 ब्लॉकों में 50 मिमी से 100 मिमी और 30 ब्लॉकों में 50 मिमी से कम बारिश रिकॉर्ड की गयी है। पारादीप में सबसे अधिक 161.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड किी गयी है इसके बाद अस्टारंगा में 115 मिमी और ओडिशा के तटी क्षेत्र कुजांग में 110 मिमी बारिश दर्ज की गयी है।

श्री जेना ने लोगों से अनुरोध किया है कि 26 मई को सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक अपने घरों में जनरेटर का उपयोग न करें ताकि बिजली विभाग के कर्मचारियों को बिजली व्यवस्था बहाल करने में मदद मिल सके क्योंकि जनरेटर का उपयोग करने से रिवर्स करंट की वजह से बिजली बहाली के काम में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

वार्ता
भुवनेश्वर


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment