ब्लैक फंगस से जंग तेज
कोरोना के बाद अब देश में घातक ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है। उसने इससे निपटने की युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
कोरोना के बाद अब देश में घातक ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले |
इसी के मद्देनजर केंद्र ने पांच और कंपनियों को इसका टीका बनाने का लाइसेंस दे दिया। यह जानकारी शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि ब्लैक फंगस से उत्पन्न होने वाले रोग म्यूकरमाइकोसिस के उपचार में काम आने वाली दवा ‘एंफोटेरिसिन-बी’ के उत्पादन के लिए पांच और कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है तथा वे जुलाई से हर महीने इस दवा की 1,11,000 शीशियों का उत्पादन शुरू करेंगी।
मंत्रालय ने कहा कि फंगस रोधी दवा की घरेलू उपलब्धता के अलावा इस दवा के आयात के प्रयास भी किए जा रहे हैं और मई में ‘एंफोटेरिसिन-बी’ की 3,63,000 शीशियों का आयात किया जाएगा। इसके साथ ही देश में (घरेलू उत्पादन को मिलाकर) दवा की कुल 5,26,752 शीशियां उपलब्ध होंगी।
इसने कहा कि जून में दवा की 3,15,000 शीशियों का आयात किया जाएगा और घरेलू उत्पादन को मिलाकर देश में जून में ‘एंफोटेरिसिन-बी’ की उपलब्धता बढ़कर 5,70,114 शीशियों तक पहुंच जाएगी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हाल के दिनों में कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 संबंधी जटिलताओं से पीड़ित लोगों को म्यूकरमाइकोसिस होने के मामलों वृद्धि की खबरें मिली हैं। इसने कहा कि ‘एंफोटेरिसिन-बी’ दवा की कमी होने की भी खबरें मिली हैं। इसमें कहा गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, औषधि विभाग और विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर इस दवा के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिए सक्रिय ढंग से प्रयास कर रहा है।
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