पहली बार एक नई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि फाइजर/बायोएनटेक वैक्सीन की खुराक लेने वाले लोगों के मुकाबले मॉर्डना वैक्सीन लेने वालों में अधिक साइड-इफेक्ट्स नजर आए।
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जामा जर्नल में प्रकाशित स्टडी में सामने आई इस रिपोर्ट का विश्लेषण किया गया, जिसे सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के प्रोग्राम वी-सेव की तरफ से एकत्रित किया गया था। इस कार्यक्रम में वैक्सीन लेने वालों में साइड इफेक्ट्स के होने का पता लगाया जाता है।
वी-सेव में कुल 3,643,918 लोगों ने अपना पंजीकरण कराया था। 21 फरवरी से पहले इन्हें टीके की पहली खुराक दी गई और इसके बाद कम से कम सात दिनों के भीतर स्वास्थ्य से संबंधित पहले सर्वेक्षण को पूरा कर लिया गया था। वी-सेव कार्यक्रम में शामिल 1,920,872 प्रतिभागियों में टीके की दूसरी खुराक प्रशासित किए जाने की बात कही गई और इसके सात दिनों के बाद दूसरे सर्वेक्षण का काम भी खत्म कर लिया गया।
प्रतिभागियों में से 70 फीसदियों का कहना है कि टीकाकरण कराने के बाद उन्हें सूजन आने या दर्द होने की शिकायत आई और कुछ लोग ऐसे भी रहे जिन्हें थकान या ठंड लगने की समस्या से जूझना पड़ा।
शोधकर्ताओं ने कहा, "फाइजर-बायोनएनटेक लेने वालों के मुकाबले मॉर्डना वैक्सीन के साथ टीकाकरण करवाने वालों में अधिक प्रतिक्रिया देखी गई। दूसरा टीका लगने के बाद भी इसमें तो और भी अधिकता देखी गई।"
मॉर्डना वैक्सीन लेने वालों में साइड इफेक्ट होने की संभावना अधिक देखी गई। इसमें 73 फीसदी लोगों में कुछ न कुछ प्रतिक्रिया देखी गई, जबकि फाइजर/बायोएनटेक लेने वालों में यह आंकड़ा 65 फीसदी रहा।
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