छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला : अमित शाह को गृह मंत्री पद पर रहने का अधिकार नहीं:कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में देश के जवान शहीद होते हैं लेकिन केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव प्रचार में व्यस्त रहते हैं और 24 घंटे तक इस घटना को लेकर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करते हैं तो क्या ऐसे असंवेदनशील व्यक्ति को गृह मंत्री के पद पर रहने का अधिकार है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला (File photo) |
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने सोमवार को यहाँ संवाददता सम्मेलन में पत्रकारों के सवाल पर कहा कि छत्तीसगढ़ में हुए हमले को लेकर गृह मंत्री ने जिस तरह से प्रतिक्रया व्यक्त की है वह उनके असंवेदनशील और निष्ठुर होने का प्रमाण है। उनका कहना था कि श्री शाह बहुत गैर जिम्मेदार गृह मंत्री हैं और देश के लिए शहादत देने वाले वीर जवानों के प्रति असंवेदनशील होकर काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि नक्सली हमले जवानों के शहीद होने को लेकर 24 घंटे तक श्री शाह की तरफ से कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गयी। हमारे जवान नक्सलवादियों से लड़कर जब देश के लिए शहादत दे रहे थे तो गृह मंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त थे। वह तमिलनाडु में रोड शो और जन सभा कर रहे थे। उसके बाद केरल गये और वहां जन सभाएं तथा रोड शो किये।
प्रवक्ता ने कहा कि देश के गृह मंत्री को घटना की खबर सुनने के तत्काल बाद छत्तीसगढ़ जाना चाहिए लेकिन उन्होंने गृह मंत्री के पद की गरिमा का खयाल किए बिना अपना चुनाव प्रचार जारी रखा और अगले दिन यानी चार अप्रैल को भी चुनाव रैली को संबोधित करने के लिए असम गये। उनका कहना था कि यह बड़ा सवाल है कि क्या देश के गृह मंत्री को इस तरह से इस घटना पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि जब से श्री शाह ने देश के गृह मंत्री का पदभार संभाला है, उसके बाद नक्सली हमलों की बाढ़ आयी है। उनके गृह मंत्री बनने के बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में 5216 नक्सली हमले हुए हैं जिनमें 1400 से ज्यादा लोग मारे गये हैं जिनमें हमारे पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान भी शामिल हैं।
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