सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए कोई ऐतिहासिक इमारत ध्वस्त नहीं की जाएगी

Last Updated 17 Mar 2021 03:40:40 PM IST

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा को सूचित किया कि सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए कोई प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक इमारतें ध्वस्त नहीं की जाएंगी और परियोजना के पहले चरण में 2022 तक नई संसद तैयार हो जाएगी।


संसद में बोलते हुए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी (file photo)

मंत्री ने कहा कि विभिन्न तिमाहियों के सुझावों को छोड़कर अभी भी पुराने संसद भवन के उपयोग को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है।

उन्होंने कहा कि परियोजना तैयार होने के बाद यह लगभग 50,000 कर्मचारियों को समायोजित करेगी और यहां सुलभता के लिए एक भूमिगत शटल प्रणाली होगी।

कांग्रेस द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद, मंत्री ने विपक्षी दल की आलोचना करते हुए कहा कि शास्त्री भवन, निर्माण भवन और अन्य स्तरहीन इमारतें बनाई गई हैं।

उन्होंने कहा पहले सदन के कर्मचारियों के लिए भवन तैयार होगा, फिर जर्जर हो चुकी पुरानी इमारत को ढहा दिया जाएगा।

मंत्रालय द्वारा फरवरी में जारी बयान के अनुसार, राजपथ के आसपास के क्षेत्र सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास पर काम शुरू हो गया है।



सेंट्रल विस्टा एवेन्यू उत्तर और दक्षिण ब्लॉक से इंडिया गेट तक शुरू होता है, जिसमें राजपथ, इसके आस-पास के लॉन और नहरें, पेड़ों की कतारें, विजय चौक और इंडिया गेट प्लाजा के साथ तीन किमी लंबा खंड है।

बयान के अनुसार, आजादी के बाद सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में कुछ संशोधन किए गए हैं, जिसके बाद परि²श्य बदल दिया गया है। यहां 1980 के दशक में पेड़ों की नई पंक्तियों को जोड़ा गया और उत्तर-दक्षिण कनेक्टिविटी में सुधार के लिए एक नई सड़क रफी अहमद किदवई मार्ग का निर्माण किया गया है।

सरकार ने पिछले साल 10 नवंबर को 608 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

दिल्ली शहरी कला आयोग, विरासत संरक्षण समिति, सेंट्रल विस्टा समिति और अन्य स्थानीय निकायों से अपेक्षित अनुमति प्राप्त की गई है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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