किसान महापंचायत में बोलीं प्रियंका- जिस किसान का अपमान हो रहा है, उसी का बेटा सीमा पर देश की रक्षा कर रहा है

Last Updated 15 Feb 2021 03:45:41 PM IST

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने किसानों की मांग नहीं सुनने को लेकर सोमवार को सरकार से कहा कि ‘जिस किसान का आप अपमान कर रहे हैं उसका बेटा सीमा पर आपकी सुरक्षा कर रहा है, आपको उनका अपमान करने का हक नहीं है।’


किसान का बेटा ही सीमा पर देश की सुरक्षा कर रहा है : प्रियंका

केन्द्र के नए कृषि कानूनों पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी आपने जो यह कानून बनाया है, उससे देश का किसान, इस देश का गरीब संकट में है, रो रहा है, अपना अधिकार मांग रहा है। आप उस कानून को वापस लीजिये, इन कानूनों को रद्द कीजिये । जिन्होंने आपको सत्ता दी है उनका आदर कीजिये, उनको अपमानित मत कीजिये।‘‘     

सरकार को अहंकारी बताते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘नेता दो तरह के होते हैं, कुछ ऐसे होते हैं जिन्हें बहुत अहंकार हो जाता है, वह भूल जाते है कि उन्हें सत्ता देने वाला कौन है। देश के इतिहास में बार-बार ऐसा हुआ है जब नेता को अहंकार होने पर देशवासी उसे सबक सिखाते हैं। और जब देशवासी उसे सबक सिखाते है तब वह शर्मिंदा होता है, वह समझता है कि उसका धर्म क्या था।’’     

उन्होंने केन्द्र सरकार पर जनता से किए गए वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सात साल में जितने वादे किये सारे तोड़ दिए। छोटा व्यापारी था उसकी कमर तोड़ दी। किसान की कमर तोड़ दी, गरीब की मदद नहीं की।’’     

प्रियंका गांधी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह देश के सभी सरकारी उद्योग-धंधों और हवाईअड्डों को अपने मित्रों के हाथों बेच रही है और जो बचे हैं उन्हें बेचने की योजना बना रही है।     

केन्द्र सरकार पर पूंजीपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी ने किसानों से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता यह (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार) आपके लिये काम करेंगे, लेकिन मुझे आप पर भरोसा है, देश की जनता पर भरोसा है और आपसे बड़ी उम्मीद है। मुझे उम्मीद है कि आप पीछे नहीं हटेंगे, आप अपने अधिकारों के लिये लड़ेंगे और इस लड़ाई में कांग्रेस और उसका हर एक कार्यकर्ता आपके साथ है।‘‘     

नए कानूनों पर प्रियंका गांधी ने कहा कि पहले कानून से जमाखोरी बढेगी, दूसरे कानून से बड़े-बड़े उद्योगपतियों की जेबे भरेंगी। सरकारी मंडियां बंद होंगी, प्राइवेट मंडियों को बढावा मिलेगा, इससे आपका समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा। तीसरे कानून से कांट्रेक्ट के तहत किसानों की फसल को वो खरीदेंगे । इसमें खास बात है कि आगे चल कर कांट्रेक्ट करने वाले आपका गन्ना नहीं लेगे, जिसके बाद किसान बेबस हो जाएगा। तीनों कानून किसान के लिये नहीं बनाये गये हैं बल्कि पूंजीपति मित्रों के लिए बनाये गये हैं।     

उन्होंने कहा, इसमें दाम बड़े व्यापारी तय करेंगे, कितना खरीदना है? कब खरीदना है? वह तय करेंगे। ठेके पर खेती में एक बड़ा खरबपति आपके गांव आ सकता है और आपको आपकी खेती के मनमाने दाम देगा और आप उसका कुछ नहीं कर पाओगे। अगर ऐसी स्थिति हुई तो आपको इंसाफ नहीं मिलेगा, आपकी कोई सुनवाई नहीं होगी।‘‘     

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को बिजनौर के चांदपुर में किसान महासभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘(जवाहर लाल) नेहरू ने जमाखोरी के खिलाफ कानून बनाया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने जो कृषि कानून बनाए हैं उनसे इनके पूंजीपति मित्र अपनी मनमर्जी के हिसाब से जमाखोरी कर सकते हैं।’’      उन्होंने आरोप लगाया कि नए कानूनों से सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी और सिर्फ निजी कॉरपोरेट खरीददार बचेंगे जो किसानों का जमकर शोषण करेंगे।

प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं और किसान आंदोलन पर तथा-कथित चुप्पी पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री अमेरिका, चीन, पाकिस्तान सहित पूरी दुनिया घूम लिए, लेकिन अपने घर से कुछ किलोमीटर की पर, 70 दिनों से दिल्ली के दरवाजों पर बैठे किसानों से मिलने नहीं गए।’’      

मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी ‘सेन्ट्रल विस्टा’ परियोजना पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का 10 हजार करोड़ रुपये और देशभर के किसानों का 15 हजार करोड़ रुपये गन्ना मूल्य बकाया है, लेकिन मोदी जी ने उसका भुगतान करने के बजाए 16 हजार करोड़ रुपये से अपने घूमने के लिए दो विमान खरीदे और संसद भवन के सौंदर्यीकरण पर 20 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं।’’      

नवंबर के अंत से जारी किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘किसान आपके दरवाजे पर खड़ा है, उसका बेटा आपकी सीमा पर खड़ा है। जिस किसान का आप अपमान कर रहे हैं उसका बेटा सीमा पर आपकी सुरक्षा कर रहा है।’’      

प्रियंका गांधी ने किसान आंदोलन के संदर्भ में केन्द्र पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में किसानों को आंदोलनजीवी परजीवी जैसे नाम देकर उनका मजाक उड़ाया गया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘संसद में राहुल गांधी ने आंदोलन के दौरान मरे किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ पल का मौन रखने को कहा लेकिन सत्तापक्ष से कोई खड़ा नहीं हुआ।’’ उन्होंने हरियाणा के एक मंत्री के कथित वीडियो का भी जिक्र किया जिसमें वह किसानों की मौत का अपमान कर रहे हैं।      

उन्होंने कहा, ‘‘जो 215 किसान शहीद हुये हैं उनमें से एक 25 साल का लड़का है। मैं कुछ ही दिनों पहले रामपुर उसकी अंतिम अरदास में गयी थी। मुझे उस परिवार से मिलकर बहुत दुख हुआ। आप ऐसे लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं, आपके मंत्री उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं। मोदी जी पहचान नहीं पाये कि देशभक्त और देशद्रोही में फर्क क्या है ? आपने किसानों का मजाक उड़ाया। शहीदों का मजाक उड़ाने का किसी को हक नहीं है चाहे वह कोई भी हो।’’      

प्रियंका गांधी ने सभा समाप्त होने पर किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ पल का मौन रखा।

 

भाषा
लखनऊ


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