गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के लिए शुक्रवार एक नई सुबह लेकर आया। किसानों से मिलने और उनके समर्थन में खड़े होने के लिए राजनीतिक पार्टियों में होड़ लग गई।
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आरएलडी नेता जयंत चौधरी के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और किसानों के लिए पानी की व्यवस्था कराई। दरअसल बुधवार को ही किसानों के लिए पानी और लाइट की व्यवस्था बंद कर दी गई थी, जिसके कारण किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
दिल्ली सरकार अब किसानों के समर्थन में खड़ी हो गई है, यही कारण है कि यूपी गेट पर किसानों के लिए सरकार ने पानी की व्यवस्था की है।
इन्ही व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को मनीष सिसोदिया बॉर्डर पहुंचे और इस दौरान उन्होंने कहा कि, हम सभी किसानों के समर्थन में है, बॉर्डर पार कर 10 से 12 पानी के टैंकर हमेशा खड़े रहेंगे, जिन भाइयों को पानी की जरूरत है, बॉर्डर पार जाकर ले सकता है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के आदेशों के अनुसार मैं बॉर्डर आया हूं और हमने किसानों के लिए पानी की व्यवस्था करा दी है।
फिलहाल, मैंने सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। हमने किसानों के लिए प्र्याप्त व्यवस्था कर रखी है। हम किसानों से अनुरोध कर रहे हैं कि और भी कोई जरूरत हो तो दिल्ली सरकार आपकी सरकार है और हम पूरी तरह से तैयार हैं।
हम हमेशा से ही कहते रहे हैं कि किसान हमारे देश के हैं, हम लोग रोटी तब खाते है, जब किसान रोटी उगाता है। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कुछ पूंजीपतियों के दबाब में देश के किसान को गद्दार कहा जा रहा है।
देश के सरदार कौम, जिन्हें देशभक्त के रूप में पहचाना जाता है, उन्हें गद्दार कहा जा रहा है, उनकी पगड़ी उछालने की कोशिश की जा रही है। इस लड़ाई में हम पूरी तरह से साथ हैं आप लोगों की जो भी मांग है वो हमारी भी मांग है।
इस मौके पर राकेश टिकैत ने उत्तरप्रदेश प्रशासन से अनुरोध भी किया कि, हमारी भारत सरकार से कुछ मुद्दों पर लड़ाई है, पानी और अन्य व्यवस्थाओं को राज्य सरकार पूर्ण रूप से फिर चालू करे।
यदि सरकार हमें एक दिन में पानी की व्यवस्था नहीं करती तो हम खुद बॉर्डर पर गड्ढा खोद कर पानी की व्यवस्था कर लेंगे। हम कुछ वक्त प्रशासन को दे रहें है, हमारी इन मांगो पर गौर करे।
इससे पहले शुक्रवार सुबह आरएलडी नेता जयंत चौधरी भी बॉर्डर पर पहुंचे थे, और उन्होंने भी अपना समर्थन किसानों को दिया था।
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