हाथ में सेनेटाइजर, मुंह पर मास्क.. पहुंचे संसद
भारत में कोरोना वायरस के पीड़ितों की संख्या बढ़ने का असर संसद भवन में दिखने लगा है। अनेक सांसद जेब में सेनेटाइजर और मुंह पर मास्क पहन कर संसद पंहुचे।
संसद परिसर में कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, जयराम रमेश और कुछ अन्य नेताओं ने सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया। |
एक सदस्य तो आज लोकसभा में मास्क पहन कर ही बैठी रहीं और पूरक प्रश्न भी पूछा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और जयराम रमेश साथियों को सेनेटाइजर लगाने और नमस्ते करने की सलाह देते रहे। हालात यदि ज्यादा बिगड़े तो संसद का वजट सत्र समय से पहले संपन्न किया जा सकता है।
कोरोना वायरस के कारण भारत में अब तक 30 लोग संक्रमित हो चुके हैं। आज लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री डा. हषर्वर्धन ने कोरोना वायरस पर विस्तार से बयान दिया। प्रधानमंत्री स्वयं इस बीमारी से लड़ने की तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। अलबत्ता सरकार की तरफ से बार-बार कहा जा रहा है कि डरने और घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन फिर भी घबराहट है। केमिस्टों की दुकानों में मास्क और सेनेटाइजर खरीदने की होड़ मची है। इसके कारण बाजार में इनकी कमी भी देखने को मिल रही है।
वहीं घबराहट संसद भवन में भी देखने को मिली। कल पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व नौकरशाह केजे अल्फोंस सेनेटाइजर लेकर आए। उन्होंने मीडिया के सामने अपनी जेब से सेनेटाइजर क्रीम निकाली और हाथ पर मलते हुए कहा कि सफाई रखें और किसी से हाथ न मिलाएं। भारतीय पुरातन परंपरा के अनुसार नमस्ते करें।
आज संसद परिसर में कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने सेनेटाइजर निकाली और जयराम रमेश, विवेक तन्खा व माजिद मेनन को लगाने को दिया। इन्होंने हैंड सेनेटाइज लगाते हुए संदेश दिया, सबसे अच्छा है नमस्ते करो, हाथ मत मिलाओ। जयराम रमेश ने मीडियावालों को भी सलाह दी, नमस्ते ही करें, हाथ मिलाने से दूर रहे।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता भी संसद परिसर में मास्क पहने नजर आए। निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा बुधवार को ही मास्क पहनकर आई थी। आज प्रश्नकाल में उनका प्रश्न लगा था। वह सदन में भी मास्क पहनकर पहुंची और प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न पूछा।
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