भारत को उम्मीद चीन के अधिकारी तनाव बढाने वाली गतिविधियों में संलिप्त नहीं
भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने चीन के एक जहाज से सैन्य उपकरण जब्त किए जाने को लेकर चीन को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। भारतीय अधिकारियों ने जहाज को पिछले महीने गुजरात के कांडला तट पर रोका था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार |
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि चीन उपयुक्त कदम उठाएगा ताकि सुनिश्चित हो सके कि चीनी अधिकारी ऐसी गतिविधियों में संलिप्त नहीं हों जिससे तनाव बढे।
सैन्य अधिकारियों के मुताबिक हांगकांग का झंडा लगे ‘डा सूई यान’ जहाज से जब्त संवेदनशील सामग्री को कराची ले जाया रहा था जिसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइल को लांच करने में किया जा सकता है।
कुमार ने कहा कि जांच से पता चला कि ये ऑटोक्लेव (संवेदनशील सामग्री) है जो भारत के दोहरे इस्तेमाल वाले निर्यात सूची में प्रतिबंधित है और अधिकारियों ने कानूनी प्रक्रिया के तहत इसे जब्त किया है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इस बारे में हमने चीनी पक्ष को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है और कहा है कि मित्र देश होने के नाते चीन की सरकार उपयुक्त कदम उठाएगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि चीनी अधिकारी ऐसी गतिविधियों में संलिप्त नहीं होंगे जिससे तनाव बढे।’’
बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने झाओ लिजियान ने कहा कि जहाज से जब्त सामग्री हीट ट्रीटमेंट फन्रेस शेल सिस्टम (ऊष्मा उपचार भट्ठी शैल प्रणली) है जो तनाव बढाने वाला तथा निर्यात नियंत्रण के तहत दोहरे उपयोग वाली सामग्री नहीं है।
दोहरे इस्तेमाल वाले उत्पाद या सामग्री नागरिक और सैन्य इस्तेमाल दोनों के लिए होते हैं। प्रतिबंधित सूची में रखी गई सामग्रियां मिसाइल और परमाणु हथियार दोनों में इस्तेमाल होती हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह पता चला है कि सामग्रियां सैन्य उपयोग वाली हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने फरवरी की शुरुआत में कांडला बंदरगाह पर खड़े पोत को जब्त कर लिया क्योंकि इसमें ऐसी सामग्रियां नहीं थीं जो घोषित की गई थीं।
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