निर्भया कांड : नए डेथ वारंट के लिए कोर्ट पहुंचा जेल प्रशासन
राष्ट्रपति की ओर से निर्भया मामले के दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका खारिज होते ही तिहाड़ जेल प्रशासन फांसी की नई तारिख के लिए अदालत पहुंच गया और नए सिरे से डेथ वारंट जारी करने की मांग करते हुए अर्जी दाखिल कर दी।
निर्भया कांड : नए डेथ वारंट के लिए कोर्ट पहुंचा जेल प्रशासन |
पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धम्रेन्द्र राणा ने तिहाड़ जेल की अर्जी पर चारों दोषियों को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने को कहा है और सुनवाई 5 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी।
इसके अलावा चारों दोषियों की मानसिक व शारीरिक स्थिति की जांच कराने के निर्देश राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को देने की मांग वाली याचिका को हाईकोर्ट ने ठुकरा दिया और दोषियों के वकीलों से एनएचआरसी के समक्ष अपनी याचिका दाखिल करने को कहा। इस बीच चारों दोषियों को अलग-अलग फांसी देने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट 7 मार्च को सुनवाई करेगा।
तिहाड़ जेल प्रशासन ने अदालत में अर्जी दाखिल कर कहा है, कि चारों दोषियों विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह व अक्षय कुमार ने अपनी सभी कानूनी अधिकारियों का उपयोग कर लिया है। अब उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसे में उन्हें फांसी देने के लिए नए सिरे से डेथ वारंट जारी किया जाए।
दोषियों की मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य की जांच कराने के निर्देश देने की मांग पर मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल व न्यायमूर्ति सी. हरिशंकर की पीठ ने कहा कि इसके लिए याचिकाकर्ता पहले एनएचआरसी जाएं और वहां से संतुष्टि न मिलने पर हाईकोर्ट आएं। वर्तमान में उसकी याचिका सुनवाई योग्य नहीं है, उसे खारिज किया जाता है। याचिकाकर्ता अधिवक्ता ए. राजराजन ने कहा था कि चारों दोषियों को अलग-अलग रखे जाने से उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्हें जेल में शारीरिक शोषण का भी सामना करना पड़ा है।
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