सरहदी इलाकों में बढ़ रही बंकरों की मांग

Last Updated 05 Mar 2020 06:08:21 AM IST

सरहद पार से की जाने वाली गोलीबारी के चलते सीमांत इलाकों में बंकरों की मांग तेजी से बढ़ने लगी है। केंद्र सरकार ने पूर्ववर्ती पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के वक्त 14 हजार 460 बंकर बनाए जाने की मंजूरी दी थी।


सरहदी इलाकों में बढ़ रही बंकरों की मांग

इस पर अभी तक काम भी जारी है लेकिन सरहद से सटे इलाकों के निवासियों में पाकिस्तान की साजिशों के डर से व्यक्तिगत बंकरों की मांग जोर पकड़ने लगी है।
भारत-पाक सीमा के जिला कठुआ के हीरानगर सेक्टर से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें हुई तथा नियंत्रण रेखा के जुड़वा जिले राजौरी व पुंछ के सीमांत इलाकों में पाकिस्तानी सेना अरसे से गोले दागती आ रही है। इससे इन इलाकों में हमेषा अनिष्ट की आषंका बनी रहती है। अब इन सीमांत इलाकों में लोग विशेषकर पाकिस्तानी गोलाबारी की स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने के लिए गुणवत्तापूर्ण व्यक्तिगत बंकर की मांग कर रहे हैं।

दिसम्बर 2017 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिन 14  हजार 460 बंकरों के निर्माण को मंजूरी दी थी, उनमें 1431 सामुदायिक बंकर तथा 13 हजार 29 व्यक्तिगत बंकर बनने थे जिसके लिए 415. 73 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। यह तमाम बंकर जम्मू संभाग के जिला जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी व पुंछ के सरहदी इलाकों में बनाए जाने थे। दरअसल, व्यक्तिगत बंकरों की मांग सर्वाधिक नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों से उठ रही है। लंबे अरसे से पाकिस्तानी सेना व उसकी बार्डर ऐक्शन टीम अत्याधुनिक हथियारों से न केवल भारतीय अग्रिम सुरक्षा चौकियों को बल्कि सीमांतवासियों को भी निशाना बना रही है।

पुंछ के किरणी, कस्बा, शाहपुरा आदि इलाकों पर पाकिस्तान सर्वाधिक गोलाबारी करता आ रहा है। इन इलाकों के लोगों द्वारा जिला प्रशासन से व्यक्तिगत-बंकरों के निर्माण में तेजी तथा इनकी संख्या बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है। इस संबंध में जिला प्रशासन का कहना है कि अभी तक 688 सामुदायिक बंकरों तथा 700 व्यक्तिगत-बंकरों का निर्माण तेजी से जारी है लेकिन फिर भी स्थानीय लोग और बड़ी संख्या में व्यक्तिगत बंकरों की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम आने वाले दिनों में 1300 बंकरों का निर्माण कार्य पूरा कर लेंगे।

बताया गया कि इस बीच मंडलायुक्त संजीव वर्मा की ओर से जम्मू संभाग के सभी पांचों जिलों के उपायुक्तों से कहा गया है कि वह अपने अपने जिले के सरहदी इलाकों में बन रहे बंकर निर्माण कार्यों में तेजी लाकर उसे उचित समय पर पूरा करें। सूत्रों का कहना है कि भारत-पाक सीमा के कुछ इलाकों में जो बंकर बन चुके हैं, वह गुणवता के आधार पर खरे नहीं हैं।

सहारा न्यूज ब्यूरो
जम्मू


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