कश्मीर भारत का अटूट हिस्सा, कुछ ‘अराजकतावादी’ देश विरोधी नारे लगा रहे : जावड़ेकर
जेएनयू हमले मामले में गेटवे आफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘फ्री कश्मीर‘ के पोस्टर दिखाने एवं नारेबाजी को सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कुछ गिने चुने अराजकतावादियों का कृत्य करार दिया और कहा कि कश्मीर भारत का अटूट अंग है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर |
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को समाप्त करने के बाद क्षेत्र विकास कर रहा है।
जावड़ेकर ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि कश्मीर भारत का अटूट अंग है और गेटवे आफ इंडिया पर ऐसे पोस्टर दिखाने एवं देश विरोधी नारे लगाने का काम कुछ अराजकतावादियों का कृत्य है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को समाप्त करने का समर्थन किया है और इसके बाद से क्षेत्र विकास कर रहा है।
उन्होंने जोर दिया कि कश्मीर के भीतर किसी ने ऐसे नारे नहीं लगाये और अब अगर इस क्षेत्र से बाहर कोई ऐसे नारे लगाता है तब इसका कोई मतलब नहीं बनता है।
जावड़ेकर ने कहा कि जेएनयू हमले में शामिल ‘‘नकाबपोश’’ हमलावरों को जल्द ही बेनकाब किया जाएगा क्योंकि गृह मंत्रालय ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि जेएनयू और देश के अन्य हिस्सों में हिंसा भड़काने के लिए जानबूझकर गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘गृह मंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं और मुझे लगता है कि जेएनयू हमले में शामिल नकाबपोश लोग जल्द ही बेनकाब हो जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, जेएनयू और देश के अन्य हिस्सों में हिंसा भड़काने के लिए जानबूझकर गलतफहमी पैदा की जा रही है, जिसे भी उजागर किया जाएगा।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को संयुक्त आयुक्त स्तर के एक अधिकारी से जांच कराने का आदेश दिया और जल्द से जल्द इसकी रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
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