दिल्ली मेट्रो पर प्रदूषण का असर नहीं,एक दिन में रेकार्ड 78 लाख से ज्यादा लोंगो ने यात्रा की
इस समय देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण के आगोश में है।
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लेकिन मेट्रो पर प्रदूषण का कोई असर नहीं पड़ रहा है।इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, दिल्ली मेट्रो में 18 नवंबर को अब तक सबसे ज्यादा 78.67 लाख यात्रियों का यात्रा करना। आंकड़ों के अनुसार, यह आंकड़ा इस वर्ष 20 अगस्त के आंकड़े से भी अधिक है। दिल्ली मेट्रो में 20 अगस्त को 77.49 लाख यात्रियों ने सफर किया था। गुरुग्राम के मिलेनियम सिटी सेंटर को दिल्ली के समयपुर बादली से जोड़ने वाली मेट्रो की येलो लाइन पर 18 नवंबर को रेकार्ड संख्या में 20.99 लाख यात्रियों ने सफर किया, जो हर लाइन के मुकाबले सबसे अधिक रहा।
मेट्रो की ब्लू लाइन पर 20.80 लाख यात्रियों ने सफर किया, जबकि रेड लाइन पर 8.56 लाख, पिंक लाइन पर 8.15 लाख और वायलेट लाइन पर 7.93 लाख यात्रियों ने सफर किया। मजेंटा लाइन पर 6.19 लाख यात्रियों ने सफर किया। इसके बाद ग्रीन लाइन पर 4.12 लाख, एयरपोर्ट लाइन पर 81,985, रैपिड मेट्रो पर 57,701 और ग्रे लाइन पर 50,128 यात्रियों ने सफर किया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद पिछले 10 सालों में मेट्रो का बड़े स्तर पर विस्तार हुआ है। दिल्ली सरकार शहर में विश्वस्तरीय सार्वजनिक परिवहन संसाधन तैयार करने की दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रही है। मंगलवार को मुख्यमंत्री आतिशी ने मुकुंदपुर डिपो में मेट्रो के चौथे चरण के लिए आई ट्रेन का निरीक्षण किया। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नई चालक रहित ट्रेन अगले कुछ महीनों में मेजेंटा लाइन में शामिल की जाएगी। दिल्ली सचिवालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में पिछले 10 सालों में दिल्ली में युद्धस्तर पर मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हुआ है।
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