नाराज प्रियंका चतुर्वेदी ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, अब शिवसेना के साथ
मथुरा में अपने साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई को निरस्त किये जाने से नाराज चल रहीं प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ ही समय बाद वह शिवसेना में शामिल हो गईं।
![]() प्रियंका चतुर्वेदी, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे |
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चतुर्वेदी ने कहा कि वह उनके साथ दुर्व्यवहार करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी में शामिल करने को लेकर परेशान थीं जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी।
चतुर्वेदी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह सच नहीं है कि लोकसभा टिकट ना दिए जाने के बाद मैंने कांग्रेस छोड़ी।’’
पार्टी में उनका स्वागत करते हुए ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को चतुर्वेदी के रूप में एक ‘अच्छी बहन’ मिल गई है।
मथुरा में कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी में वापस लिए जाने पर प्रियंका ने खुलकर विरोध दर्ज कराया था।
उन्होंने गत 17 अप्रैल को ट्वीट कर कहा था, ‘‘बड़े ही दुख की बात है कि पार्टी खून-पसीना देकर काम करने वालों की बजाय मारपीट करने वाले गुंडों को अधिक वरीयता देती है। पार्टी के लिए मैंने अभद्र भाषा से लेकर हाथापाई तक झेली, लेकिन फिर भी जिन लोगों ने मुझे पार्टी के अंदर धमकी दी, उनके खिलाफ कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।’’
दरअसल, पिछले दिनों प्रियंका राफेल मामले पर संवाददाता सम्मेलन करने के लिए मथुरा में थीं जहां पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ कथित तौर पर बदसलूकी थी। उनकी शिकायत पर इन कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। बाद में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कार्यकर्ताओं द्वारा खेद प्रकट करने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को निरस्त किया जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि यूपीसीसी के इस कदम से नाराज प्रियंका ने ट्वीट करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपनी नाराजगी से अवगत कराया था।
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