मोदी का दक्षिण कोरिया को भारत में ज्यादा निवेश का आमंत्रण
भारत-कोरिया आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दक्षिण कोरिया से ज्यादा से ज्यादा व्यापार का रुख भारत की ओर करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मेरी इच्छा है कि ज्यादा से ज्यादा कोरियाई व्यापार का भारत का रुख करें।" भारत-कोरिया व्यापार संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के लिए सबसे खुले राष्ट्रों में से एक है। एफडीआई में बीते चार सालों में रिकॉर्ड 250 अरब डॉलर का निवेश हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण कोरिया के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
मोदी ने उल्लेख किया कि यह 12 महीनों में कोरियाई व्यापारिक नेताओं के साथ उनकी तीसरी बातचीत है।
मोदी ने कहा, "50 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य को हासिल करने के लिए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) को उन्नत करने के लिए बातचीत को तेज किया गया है।"
भारत, दक्षिण कोरिया के शीर्ष 10 व्यापार साझीदारों में शामिल है। यह दक्षिण कोरियाई वस्तुओं के निर्यात का छठां बड़ा देश है। भारत-कोरिया का व्यापार 2018 में 21.5 अरब डॉलर पहुंच गया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "सिर्फ व्यापार में ही नहीं निवेश के संबंध में भी हम सकारात्मक बदलाव देख रहे हैं।"
दक्षिण कोरियाई नेशनल आईटी इंडस्ट्री प्रमोशन एजेंसी (एनआईपीए) द्वारा भारत के बेंगलुरु में अपना कार्यालय खोलने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने फ्यूचर स्ट्रेटजी ग्रुप (एफएसजी) व शोध व नवाचार सहयोग के लिए एक केंद्र खोलने का फैसला लिया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के जल्द ही 5 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की बनने की बात कहते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया की दूसरी कोई अर्थव्यवस्था नहीं है जो 7 फीसदी की सलाना दर से बढ़ रही है।
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