देवयानी मामला : भारत सख्त, अमेरिकी अफसरों के पर कतरे
देवयानी खोब्रागडे की गिरफ्तारी के बाद पैदा हुए हालात के बीच सख्त भारत ने कुछ खास श्रेणी के अमेरिकी राजनयिकों की कूटनीतिक छूट में कमी कर दी है.
न्यूयार्क में भारतीय राजनयिक देवयानी खोब्रागडे (फाइल फोटो) |
न्यूयार्क में भारतीय राजनयिक देवयानी खोब्रागडे की गिरफ्तारी के बाद पैदा हुए हालात के बीच सख्त जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने मंगलवार को कुछ खास श्रेणी के अमेरिकी राजनयिकों की कूटनीतिक छूट में कमी कर दी. उनके परिजनों पर लागू छूट के प्रावधान भी वापस ले लिए गए हैं.
भारत में चार वाणिज्यिक दूतावासों में तैनात अमेरिकी अधिकारियों को नए पहचान-पत्र जारी किए गए हैं जिनमें सीमित छूट का प्रावधान है. अब गंभीर अपराधों में उन्हें किसी तरह की छूट नहीं मिल पाएगी. अमेरिका में भारतीय वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों को मिल रही सीमित छूट के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है.
कौंसुलेट अफसरों की कूटनयिक छूट में कमी
अमेरिकी वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों के परिजनों के पास अब कोई पहचान-पत्र नहीं होगा जिससे वे भारत में विशेषाधिकारों का लाभ नहीं उठा पाएंगे. अमेरिका में भारतीय वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों के परिजन को भी ऐसी छूट नहीं दी गई है.
अमेरिकी राजनयिक भारत में जिन विशेषाधिकारों का लाभ उठाते रहे हैं, उनमें भारी कटौती कर दी गई है. भारत ने अमेरिकी वाणिज्य-दूतावास के सभी अधिकारियों और उनके परिजन से कहा था कि वे 23 दिसम्बर तक अपने पहचान-पत्र जमा कर दें ताकि उन्हें मिल रही छूट एवं अन्य लाभों की समीक्षा की जा सके.
सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों द्वारा पहचान-पत्र जमा किए जाने की समयसीमा खत्म होने के बाद भारत ने सख्त जवाबी कार्रवाई करने का फैसला किया. उन्होंने बताया, अमेरिकी वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों को दिए गए सभी पहचान-पत्र अब वापस लिए जाते हैं.
नए पहचान-पत्र ठीक वैसे ही होंगे जैसे अमेरिका में भारतीय कौसुलेट के अधिकारियों को जारी किए जाते हैं. ये पहचान-पत्र सिर्फ वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों को दिए जाएंगे, उनके परिजनों को नहीं. सूत्रों ने बताया कि अमेरिका में भारतीय वाणिज्य-दूतावास के अधिकारियों के परिजन को भी ऐसे पहचान-पत्र नहीं दिए जाते हैं. उन्होंने इसके लिए 2011 में कृतिका विश्वास की गिरफ्तारी की मिसाल दी.
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