PM मोदी के नाइजीरिया पहुंचने पर मंत्री न्येसोम एज़ेनवो वाइक ने किया गर्मजोशी से स्वागत, अबुजा शहर की चाबी भी भेंट की

Last Updated 17 Nov 2024 06:45:23 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार को नाइजीरिया-ब्राजील-गुयाना की पांच दिवसीय यात्रा पर अपने पहले चरण में नाइजीरिया की राजधानी अबुजा पहुंचे, जहां पर उनका मंत्री न्येसोम एज़ेनवो वाइक ने गर्मजोशी से स्वागत किया।


PM मोदी के नाइजीरिया पहुंचने पर मंत्री न्येसोम एज़ेनवो वाइक ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

इस दौरान न्येसोम एज़ेनवो वाइक ने पीएम मोदी को अबुजा शहर की चाबी भी भेंट की। बताते हैं कि यह चाबी नाइजीरिया के लोगों द्वारा पीएम को दिए गए विश्वास और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए नाइजीरिया में द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।

पीएम मोदी पिछले 17 वर्षों में नाइजीरिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।

राष्ट्रपति टीनुबू ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हमारे देश नाइजीरिया में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। 2007 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला दौरा है। हमारी चर्चा दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करने और मुख्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर होगी। पीएम मोदी, आपका स्वागत है।"

पीएम मोदी ने भी अपने आगमन की तस्वीरें साझा की और भारत और नाइजीरिया के बीच द्विपक्षीय मित्रता को गहरा करने की आशा व्यक्त की।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, धन्यवाद, राष्ट्रपति टीनूबू। कुछ समय पहले नाइजीरिया में उतरा। गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभारी हूं. यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को और गहरा करेगी।

पीएम मोदी के नाइजीरिया पहुंचने पर भारतीय प्रवासी समुदाय में उत्साह का माहौल देखने को मिला। प्रवासी समुदाय के कई सदस्य भारतीय झंडे थामे और उत्साह से ‘भारत माता की जय’ और 'मोदी-मोदी' के नारे लगाते दिखे।

यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा था कि वह ब्राजील में होने वाले अगले जी-20 शिखर सम्मेलन में ‘सार्थक’ चर्चा को लेकर आशान्वित हैं जिसने पिछले वर्ष भारत की अध्यक्षता में इस समूह के लिए अपना एजेंडा तय किया था। 

मोदी ने नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की अपनी पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले यहां जारी एक एक बयान में यह टिप्पणी की थी।

प्रधानमंत्री का पहला गंतव्य नाइजीरिया होगा जहां से वह ब्राजील जायेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘ब्राजील में, मैं ‘ट्रोइका’ सदस्य के रूप में 19वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। पिछले वषर्, भारत की सफल अध्यक्षता ने जी-20 को लोगों का जी-20 बना दिया तथा ‘ग्लोबल साउथ’ की प्राथमिकताओं को इसके एजेंडे में शामिल कर दिया।’’

तीन देशों की इस यात्रा में पीएम मोदी पहले नाइजीरिया (16 से 21 नवंबर), फिर ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, और अंत में गुयाना का दौरा करेंगे। गुयाना की यह यात्रा पिछले 50 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली राजकीय यात्रा होगी।

इससे पहले पीएम मोदी ने कहा, "नाइजीरिया के राष्ट्रपति के निमंत्रण पर यह मेरी पहली यात्रा है। मेरी यात्रा हमारी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर होगी जो लोकतंत्र और बहुलवाद में साझा विश्वास पर आधारित है। मैं वहां भारतीय समुदाय और नाइजीरिया के दोस्तों से मिलने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने हिंदी में मेरे स्वागत के संदेश भेजे हैं।"

इसके अलावा पीएम मोदी ने नाइजीरिया में मराठी समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "नाइजीरिया में, मराठी समुदाय ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर खुशी व्यक्त की है। यह सचमुच सराहनीय है कि वे किस प्रकार अपनी संस्कृति और जड़ों से जुड़े रहते हैं।"

आपको विस्तार से बता दें कि मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिन¨फग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन 18-19 नवंबर को रियो डि जेनेरियो में होने वाले इस सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल होंगे। भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी-20 ‘ट्रोइका’ का हिस्सा है। जब किसी संगठन का कोई मुख्यालय नहीं होता है तथा उसका जिम्मा पिछले, वर्तमान एवं अगले अध्यक्ष देश पर होता है तब ये देश ‘ट्रोइका’ कहलाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘इस वर्ष ब्राजील ने भारत की विरासत को आगे बढ़ाया है। मैं‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के अपने दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सार्थक चर्चा की आशा करता हूं। मैं इस अवसर का उपयोग कई अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए भी करूंगा।’’ पचपन देशों के अफ्रीकी संघ को जी-20 में स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने और यूक्रेन संघर्ष पर गहरे मतभेद के बावजूद नेताओं का घोषणापत्र जारी करने में कामयाबी हासिल करने को लेकर पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 सम्मेलन को मील के पत्थर के रूप में देखा गया। नाइजीरिया की अपनी यात्रा के बारे में मोदी ने कहा कि यह ‘हमारी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का अवसर होगा, जो लोकतंत्र और बहुलतावाद में साझा विश्वास पर आधारित है।’

यात्रा से पहले मोदी ने कहा था, ‘‘पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र में हमारे घनिष्ठ साझेदार नाइजीरिया की यह मेरी पहली यात्रा होगी।’’ उन्होंने कहा,‘‘मैं भारतीय समुदाय एवं नाइजीरिया के मित्रों के साथ मुलाकात को लेकर भी आशान्वित हूं जिन्होंने ¨हदी में मुझे स्वागत संदेश भेजे हैं।’’ अपनी इस यात्रा के तीसरे पड़ाव में मोदी 19-20 नवंबर को गुयाना में होंगे। वह गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंतण्रपर वहां जा रहे हैं। यह पिछले 50 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली गुयाना यात्रा होगी। मोदी ने कहा, ‘‘साझी धरोहर, संस्कृति एवं मूल्यों पर आधारित अपने विशिष्ट संबंधों को रणनीतिक दिशा देने के लिए हम विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सबसे पुराने भारतीय प्रवासी समुदायों में से एक के प्रति भी अपना सम्मान अर्पित करूंगा, जो 185 साल से भी पहले वहां गये थे। मैं उनकी संसद को संबोधित करते हुए उनके लोकतंत्र से जुड़ूंगा।’’

समय डिजिटल डेस्क
नई दिल्ली


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