SCO Summit: पीएम मोदी ने SCO शिखर सम्मेलन में लिया भाग, उज्बेक राष्ट्रपति से मिले PM मोदी, बैठक से पहले ग्रुप फोटोशूट
उज्बेकिस्तान पहुंचे पीएम मोदी ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भाग लिया, जो यहां के ऐतिहासिक उज्बेक शहर समरकंद में दो साल में आयोजित होने वाली पहली शिखर सम्मेलन बैठक है।
![]() पीएम मोदी ने एससीओ शिखर सम्मेलन में लिया भाग |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अन्य सदस्य देशों के नेताओं के साथ इस प्रभावशाली संगठन के वार्षिक शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को हिस्सा लिया।
गलवान घाटी में जून 2020 में हुई हिंसक झड़प के कारण भारत एवं चीन के बीच सीमा पर गतिरोध की स्थिति पैदा होने के बाद शी और मोदी पहली बार आमने-सामने आएंगे।
प्रधानमंत्री शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 22वीं बैठक में भाग ले रहे हैं और शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और मध्य एशियाई देशों के अन्य नेता भाग ले रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा, व्यापार एवं संपर्क, संस्कृति और पर्यटन सहित सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के लिए SCO सदस्य देशों के नेताओं के साथ बैठक में शामिल हुए।" pic.twitter.com/1y5nR7OzxU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2022
शिखर सम्मेलन के सीमित प्रारूप के दौरान विचार-विमर्श से पहले, समूह के स्थायी सदस्यों के नेताओं ने एक साथ तस्वीर खिंचवाई। शिखर सम्मेलन के परिसर पर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से पहले सभी नेताओं की ग्रुप फोटोग्राफी हुई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2022
थोड़ी देर में बैठक शुरू होगी। pic.twitter.com/JNIzQ9A4Bu
शिखर सम्मेलन के बाद मोदी के कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी करने का कार्यक्रम है। वह पुतिन, मिर्जियोयेव और रईसी से मुलाकात कर सकते हैं।
मोदी करीब 24 घंटे के दौरे पर गुरूवार की रात यहां पहुंचे थे।
मोदी ने समरकंद रवाना होने से पहले एक बयान जारी कर कहा, ‘‘मैं एससीओ शिखर सम्मेलन में सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी और परस्पर लाभकारी सहयोग को और गहरा करने को लेकर उत्सुक हूं।’’
उन्होंने कहा कि उज्बेकिस्तान की अध्यक्षता में व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में आपसी सहयोग के लिए कई फैसले लिए जाने की उम्मीद है।
क्षेत्रीय बहुपक्षीय संगठन 2001 में रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के सदस्यों के साथ स्थापित किया गया था, जबकि भारत और पाकिस्तान 2017 में पूर्ण सदस्य बन गए थे।
एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद संगठन का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला एक निकाय है। जिसके तहत वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाता है। इसकी मेजबानी एससीओ के एक सदस्य राज्य द्वारा की जाती है।
2017 में भारत के पूर्ण सदस्य बनने के बाद से, प्रधानमंत्री मोदी हर साल एससीओ शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। 2020 और 2021 में पिछले दो शिखर सम्मेलनों के दौरान, उन्होंने वर्चुअली हिस्सा लिया था।
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