गनी के 16.9 करोड़ डॉलर लेकर भागने की रिपोर्ट पर रिपब्लिकन सांसदों ने खोला मोर्चा

Last Updated 26 Aug 2021 06:23:34 PM IST

अफगानिस्तान के निर्वासित राष्ट्रपति अशरफ गनी को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए और उन्हें गबन के आपराधिक आरोपों का सामना करना चाहिए, अगर वह वास्तव में घिरे हुए अफगानी लोगों को छोड़कर नकदी से भरे बैग के साथ देश छोड़कर भाग निकले थे।


अफगानिस्तान के निर्वासित राष्ट्रपति अशरफ गनी

हाउस ओवरसाइट कमेटी रिपब्लिकन ऑफ द यूएस ने यह टिप्पणी की है।

तालिबान के सत्ता में आने के बाद गनी ने इस महीने की शुरूआत में जल्दबाजी में अफगानिस्तान छोड़ दिया था। वह संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे, जिसने मानवीय आधार पर राष्ट्रपति को अपने देश में प्रवेश कराया।

फॉक्स न्यूज ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि हाउस रिपब्लिकन उन समाचार रिपोर्ट्स पर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं, जिनमें कहा गया था कि गनी ने कुल 16.9 करोड़ डॉलर की नकदी से भरे डफल बैग के साथ अफगानिस्तान छोड़ दिया था।



अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड को लिखे एक पत्र में, सांसदों ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि गनी अपने साथ इतना सारा लेकर अफगानिस्तान से भागे हैं कि यह सब उनके हेलीकॉप्टर में फिट भी नहीं हो सका और उन्हें मजबूरी में कुछ पैसा टरमैक पर ही छोड़कर भागना पड़ा।

ओवरसाइट कमेटी के शीर्ष रिपब्लिकन रेप जेम्स कॉमर और आर-विस के रेप ग्लेन ग्रोथमैन ने मंगलवार को गारलैंड और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन दोनों को पत्र भेजकर 31 अगस्त से पहले इस बारे में ब्रीफिंग के लिए कहा है कि क्या गनी के पास अमेरिकी करदाताओं के डॉलर हैं और क्या अमेरिकी सरकार उसके खिलाफ आपराधिक आरोप लगाएगी।

फॉक्स न्यूज के अनुसार, सांसदों ने ब्लिंकेन को लिखे पत्र में कहा है, अगर यह सच है, तो यह राष्ट्र के एक परोपकारी मुखिया का सम्मानजनक निकास नहीं था, बल्कि एक कायर और दरिद्र का था।

उन्होंने पत्र में आगे कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका को राष्ट्रपति गनी द्वारा भ्रष्ट तरीके से गबन किए गए किसी भी अवैध रूप से प्राप्त धन को जब्त करने के लिए अपनी शक्ति के दायरे में सब कुछ करना चाहिए। यदि उसने अपने इच्छित उद्देश्यों से धन का उपयोग किया, तो अमेरिका को उसे न्याय के कटघरे में लाना चाहिए।

सांसदों का कहना है कि भ्रष्ट विदेशी सरकारी अधिकारियों को अमेरिकी धन से खुद को व्यक्तिगत रूप से समृद्ध करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है, जो अफगान लोगों की सुरक्षा के लिए नियत है।

उन्होंने कहा, यह विशेष रूप से ऐसा मामला है, जहां राष्ट्रपति गनी की लापरवाह और कायरतापूर्ण कार्रवाइयों ने उस गति में योगदान दिया है, जिसके साथ तालिबान ने देश पर कब्जा कर लिया और अफगान सरकार को गिरा दिया।

आईएएनएस
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment