बीएलए की मजीद ब्रिगेड ने ली चीनी नागरिकों को निशाना बना किए गए ग्वादर हमले की जिम्मेदारी

Last Updated 22 Aug 2021 12:34:05 AM IST

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की एक विशिष्ट इकाई मजीद ब्रिगेड ने पाकिस्तान के बंदरगाह शहर ग्वादर में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें शुक्रवार को चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया था।


बीएलए की मजीद ब्रिगेड ने ली चीनी नागरिकों को निशाना बना किए गए ग्वादर हमले की जिम्मेदारी

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, निर्माणाधीन ईस्ट-बे एक्सप्रेसवे पर काम कर रहे चीनी नागरिक अपने शिविर में लौट रहे थे, तभी उनका वाहन विस्फोट की चपेट में आ गया।

हमला मछुआरों की एक कॉलोनी के पास तटीय सड़क के किनारे पर हुआ।

पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, काफिले के वहां पहुंचते ही चीनी वाहनों को निशाना बनाने के लिए एक युवा लड़का कॉलोनी से बाहर भागता देखा गया।

बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना के जवान सादे कपड़ों में उस लड़के को रोकने के लिए दौड़े, जिसने काफिले से करीब 15-20 मीटर की दूरी पर तुरंत खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया।



पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने शनिवार को आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान से भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए व्यावहारिक और प्रभावी उपाय करने के लिए कहा।

बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति गंभीर रही है, क्योंकि पहले भी कई आतंकवादी हमले हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई चीनी नागरिक हताहत हुए हैं।

दूतावास ने पाकिस्तान में चीनी नागरिकों को सतर्क रहने, सुरक्षा सावधानियों को मजबूत करने, अनावश्यक तौर पर घूमना कम करने और प्रभावी सुरक्षा लेने को कहा है।

चीन 60 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के हिस्से के रूप में अरब सागर पर ग्वादर बंदरगाह का विकास कर रहा है, जो चीन की बेल्ट एंड रोड इंफ्रास्ट्रक्च र परियोजना का हिस्सा है।

हाल के हफ्तों में देश में चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर अन्य हमले भी हुए हैं।

पिछले महीने के अंत में, एक चीनी इंजीनियर, जो हाल ही में कराची आया था, को शहर के साइट क्षेत्र में एक मोटरसाइकिल पर सवार बंदूकधारियों ने चलती कार में ही गोली मार दी और घायल कर दिया। इंजीनियर को कराची में आयातित एक मशीनरी की मरम्मत करनी थी, मगर उसके इस दौरे के दौरान उस पर हमला हो गया। प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी।

14 जुलाई को, खैबर पख्तूनख्वा के ऊपरी कोहिस्तान जिले के दासु इलाके में चीनी श्रमिकों को ले जा रही एक बस एक विस्फोट के बाद गहरे गड्ढे में गिर गई थी, जिसमें नौ चीनी नागरिकों सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। विस्फोट में 28 अन्य घायल भी हुए थे।

शुरू में यह कहने के बाद कि घटना एक दुर्घटना थी, सरकार ने इस महीने की शुरूआत में कहा था कि एक आत्मघाती हमलावर ने बस पर हमला किया था, जो चीनी श्रमिकों को निमार्णाधीन दासु बांध तक ले जा रही थी।

आईएएनएस
क्वेटा


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment