हेरात निवासियों ने अफगान सेना के प्रति एकजुटता का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया
अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान के बीच हेरात में संघर्ष छठे दिन में प्रवेश कर गया है। इस बीच शहर के लोगों ने अफगान सरकार के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है।
हेरात निवासियों ने अफगान सेना के प्रति एकजुटता का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया |
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शहर के लोगों ने सरकार और सेना के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए अल्लाहु अकबर के नारे लगाए और आतंकवादी समूह तालिबान के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया।
पुरुषों, महिलाओं और नाबालिगों द्वारा सरकार के समर्थन में लगाए जा रहे यह नारे 20 वर्षों के दौरान एक अभूतपूर्व घटनाक्रम रहा है । इसका देश के अन्य सामान्य अफगान लोगों और अधिकारियों ने भी स्वागत किया है।
तालिबान द्वारा ईरान की सीमा से लगे पश्चिमी हेरात प्रांत में प्रांतीय राजधानी सहित सभी जिलों पर धावा बोलने के साथ ही इसके लड़ाकों ने अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों (एएनडीएसएफ) के खिलाफ एक आक्रामक अभियान शुरू किया है।
30 जुलाई संघर्ष की गंभीरता के लिहाज से सबसे खराब रहा। तालिबान ने शहर के दो पुलिस जिलों पर धावा बोल दिया और हवाई अड्डे को घेर लिया था।
अमेरिकी सेना के हवाई हमलों द्वारा समर्थित एएनडीएसएफ ने तालिबान को शहर से खदेड़ दिया और प्रांत के गुजरा जिले पर फिर से कब्जा कर लिया गया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सोमवार रात हेरात प्रांत में जमीनी और हवाई अभियानों में तालिबान के 41 लड़ाके मारे गए और 32 अन्य घायल हो गए।
हेरात, हेलमंद प्रांत के लश्कर गाह शहर, तखर प्रांत के तालोकान और कंधार शहर उन प्रांतीय राजधानियों में शामिल हैं, जहां पिछले दो हफ्तों में एएनडीएसएफ और तालिबान के बीच भारी संघर्ष हुए हैं।
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