पाकिस्तान ने आईएस पर की गई कुरैशी की टिप्पणी को लेकर दिया स्पष्टीकरण
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के पहले के उस बयान पर स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों की निगरानी करना और उन्हें रोकना अफगान सरकार की जिम्मेदारी है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (File photo) |
मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने कहा कि मीडिया के कुछ वर्गों ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर अफगानिस्तान के नेतृत्व वाली और अफगान-स्वामित्व वाली प्रक्रिया के माध्यम से कुरैशी की टिप्पणी को गलत तरीके से बिगाड़कर पेश किया है।
न्यूज पाकिस्तान की रिपोर्ट में बताया गया है कि चौधरी ने स्पष्ट किया कि विदेश मंत्री ने अंतराष्र्ट्ीय समुदाय, क्षेत्रीय दिग्गजों और खुद अफगानों के बीच आतंकवाद के खतरे के खिलाफ आम सहमति के बारे में स्पष्ट रूप से बात की थी।
रिपोर्ट में अनुसार, उनकी टिप्पणी को किसी भी तरह से अफगान संघर्ष में एक विशेष पक्ष की वकालत के रूप में गलत नहीं माना जा सकता है।
उन्होंने कहा, "हमने बार-बार कहा है कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान का कोई हित नहीं है। हम संघर्ष में सभी पक्षों को अफगान के रूप में देखते हैं जिन्हें अपने भविष्य के बारे में खुद फैसला करने की जरूरत है। हम अफगान शांति प्रक्रिया में एक रचनात्मक सुविधा की भूमिका निभाते रहेंगे।"
कुछ दिन पहले कुरैशी का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि देश में आईएस की मौजूदगी पर नजर रखना और इसे बढ़ने से रोकना अफगानिस्तान सरकार की जिम्मेदारी है।
31 जुलाई को मुल्तान के रजा हॉल में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा था कि अफगान बलों में आईएस समूह का मुकाबला करने की क्षमता है।
उन्होंने कहा था, "कोई नहीं चाहता कि दाएश (आईएस) बढ़े। वे (अफगान सरकार) यह नहीं चाहते, तालिबान नहीं चाहते, ईरान नहीं चाहता, पड़ोसी (अफगानिस्तान के) इसे नहीं चाहते और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ऐसा नहीं चाहता।"
एक सवाल के जवाब में कि मास्को का कहना है कि आईएस के आतंकवादी इराक, लीबिया और सीरिया से अफगानिस्तान में आतंकवाद के लिए आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि यह अफगान सरकार की जिम्मेदारी है कि वह आतंकवादियों की निगरानी करे और उन्हें अफगानिस्तान में बढ़ने से रोके।
उन्होंने कहा, अगर वे इराक और सीरिया से जा रहे हैं, तो उन्हें रोकने की जिम्मेदारी किसकी होनी चाहिए? यह अफगान सरकार की जिम्मेदारी है।
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