विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी वार्ताओं में कोविड-19 महामारी और टीकों को अहम पहलु बताते हुए कहा कि अमेरिका के सहयोग से भारत में टीकों के उत्पादन में विस्तार का प्रयास किया जा रहा है।
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जयशंकर (66) बाइडन प्रशासन के तहत अमेरिका की यात्रा करने वाले पहले भारतीय मंत्री हैं।
अधिकतर बैठकें खत्म करने के बाद यहां भारतीय पत्रकारों के समूह को उन्होंने बताया, ‘‘यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य जाहिर तौर पर नये प्रशासन के साथ संबंध पर था। यह बेहद महत्वपूर्ण संबंध है। साथ ही यहां के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बातचीत भी करना था।’’
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के बीच टीका साझेदारी के कारण बातचीत में जाहिर तौर पर कोविड-19 का संदर्भ भी शामिल था। साथ ही टीकों पर ‘क्वाड’ आधारित चर्चा भी हुई। यह भी एक महत्वपूर्ण विषय रहा। दरअसल मैं तो यही कहूंगा कि बातचीत के दौरान यह (कोविड-19 और टीका) मेरी चर्चा में सबसे अधिक महत्वपूर्ण विषय था।’’
जयशंकर ने बीते दो दिनों में अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव्स कैथरीन ताई और राष्ट्रीय खुफिया विभाग की निदेशक एवरिल हैन्स से मुलाकात की।
उन्होंने कई प्रशासनिक विभागों के अधिकारियों से भी मुलाकात की। उन्होंने इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्षों, प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के वरिष्ठ सदस्यों से भी बात की।
जयशंकर ने बताया कि उन्होंने यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल और यूएस इंडिया स्ट्रैटजिक एंड पार्टनरशिप फोरम द्वारा आयोजित बैठक में उद्योगपतियों से भी मुलाकात की। इस दौरान बातचीत का अहम विषय कोविड-19 से संबंधित था।
विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में भी कई बैठकों में हिस्सा लिया।
उन्होंने भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान अमेरिका से मिली मदद, एकजुटता दिखाने और टीका निर्माण के मुद्दे पर काम करने को लेकर आभार जताया क्योंकि टीका आपूर्ति की श्रृंखला के संदर्भ में अमेरिका की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘लंदन में विदेश मंत्री ब्लिंकन के साथ मैंने इन्ही तमाम मुद्दों पर बातचीत की थी। पिछले दो से तीन सप्ताह में हमने देखा है कि आपूर्ति श्रृंखला बेहद सुगमता से काम कर रही है। मुझे लगता है कि यह अमेरिका में भारतीय राजदूत के दखल के कारण हुआ है।’’
अमेरिका से टीका मिलने के बारे में जयशंकर ने कहा कि इस संबंध में कई नियामक, कानूनी और वाणिज्यिक पहलुओं पर बातचीत चल रही है।
मंत्री ने कहा कि भारत ने यह संकेत दिया है कि वह अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा स्वीकृत टीका लेने और उसके आयात का इच्छुक है।
यूएसएड की प्रशासक सामंथा पावर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने भारत में कोविड-19 की मौजूदा लहर के बीच हो रही गतिविधियों और मानवीय सहायता के लिए प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
यूएसएड की कार्यवाहक प्रवक्ता पूजा झुनझुनवाला ने शुक्रवार को बताया, ‘‘पावर और जयशंकर ने भारत में महामारी से निपटने के प्रयासों पर सहयोग के अहम क्षेत्रों के साथ लोगों के जीवन को बचाने के लिए निजी क्षेत्र से निवेश, महामारी को फैलने से रोकने और भविष्य के लिए स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने जैसे अहम विषयों पर बातचीत की।’’
यह बैठक बृहस्पतिवार को हुई थी।
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