Kali Chaudas 2023 : कब है काली चौदस? जानें महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
kali chaudas puja vidhi काली चौदस पर विधि विधान से पूजा करें और अपनी सभी परेशनियां खत्म करें, जानें महत्व पूजा विधि, शुभ मुहूर्त।
Kali Chaudas 2023 |
Kali Chaudas Puja 2023 : काली चौदस कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। काली चौदस का दिन तब तय किया जाता है जब चतुर्दशी मध्यरात्रि के दौरान प्रबल होती है जिसे पंचांग के अनुसार महा निशिता काल कहा जाता है। काली चौदस को रूप चतुर्दशी या भूत चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मध्यरात्रि में मां काली के भक्त पूजा-अर्चना करते हैं।
काली चौदस कब है ? ( Kali Chaudas 2023 Date)
इस साल काली चौदस 11 नवंबर 2023 की है। इस दिन मां काली की पूजा की जाती है।
काली चौदस पूजा महत्व ( Kali Chaudas Significance)
धार्मिक मान्यता के अनुसार, जिस तरह दीवाली की रात लक्ष्मी मातामी की पूजा - पाठ करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है, ठीक उसी तरह काली चौदस की मध्य रात्रि में मां काली की पूजा करने से शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही मन-मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। काली चौदस के पर्व पर मां काली की पूजा विरोधियों पर विजय प्राप्त करने के लिए भी की जाती है। राहु-शनि दोष से मुक्ति के लिए देवी काली की पूजा अचूक मानी गई है।
काली चौदस 2023 मुहूर्त (Kali Chaudas 2023 Muhurat)
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - नवम्बर 11, 2023 को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट
चतुर्दशी तिथि समाप्त - नवम्बर 12, 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट तक
काली पूजा - 11 नवंबर 2023, रात 11.39 से 12 नवंबर 2023, प्रात: 12.32 तक
काली चौदस पूजा विधि (Kali Chaudas 2023 Puja Vidhi)
इस दिन सबसे पहले प्रातः काल अभ्यंग स्नान (तेल मालिश कर के नहाना )करना चाहिए।
उसके बाद आप मां काली की मूर्ति की स्थापना एक चौकी पर करें।
अब उसपर अक्षत,फूल चढ़ाकर दीप जला दें।
दीप जलाने के बाद कुमकुम, हल्दी, कपूर और नारियल देवी काली पर चढ़ाएं।
आप मां काली का ध्यान कर के मन्त्रों का जाप करें।
काली चौदस में क्या करें ?
इस दिन परिवार के सभी व्यक्ति को तेल मालिश कर के गर्म पानी से नहाना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है। काली चौदस के दिन छोटी दीवाली भी होती है इसलिए इस दिन घर के आँगन और आस पास दिये जलाना अच्छा होता है।
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