Weekly Horoscope 30 March to 05 April 2025: जानिए साप्ताह का राशिफल 30 मार्च से 05 अप्रैल 2025 तक और त्यौहार

Last Updated 30 Mar 2025 07:51:39 AM IST

जानिए 30 मार्च से 05 अप्रैल 2025 तक का साप्ताहिक राशिफल और साथ ही जानिए सप्ताह के व्रत और त्योहार।


जानिए साप्ताह का राशिफल 30 मार्च से 05 अप्रैल 2025 तक और त्यौहार

मेष- मन प्रगतिशील विचारों से प्रभावित होगा। किसी नई दिशा में सकारात्मक सोच रंग लायेगी। रविवार एवं सोमवार को आकस्मिक किसी सुखद समाचार से मन प्रसन्न होगा। काफी दिनों से अवरोधित कोई महत्वपूर्ण कार्य हल होने के आसार बनेंगे। आय के साधन सुलभ होंगे। बुधवार एवं शनिवार को किसी महत्वपूर्ण कार्य में अवरेाध से चिंतित होंगे। पुराने संबंधों के बीच प्रगाढ़ता तो बढ़ेगी परन्तु अपयश व लान्छन से बचें। आपका गंभीर स्वभाव रिश्तों में भावनात्मक आदान-प्रदान में कमी लाता है। इसे सुधारें।    

वृषभ- कुछ नई शंकाएं पुराने संबंधों में कटुता पैदा करेंगी। पुरानी समस्याएं हल होंगी। जीवन साथी के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। रविवार एवं  मंगलवार को शासन-सत्ता में पकड़ मजबूत होगी। आपकी अच्छी भावनाएं मकसद को सफलता दिलाएंगी। कार्यक्षेत्र में अपनी बौद्धिक क्षमता का लाभ उठाएंगे। शुक्रवार एवं शनिवार को किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य से की गई यात्रा में कठिनाइयां संभव।  खराब व चापलूस प्रकृति के लोगों से आपकी निकटता आपके लिए हानिकर हो सकती है। आवेश में निर्णय न लें।    

मिथुन- मन सामाजिक एवं मांगलिक कार्यों में केंद्रित होगा। शासन-सत्ता के लोगों के लिए समय अनुकूल होगा। किसी नये व्यवसाय के प्रति आकषर्ण बढ़ेगा। पूर्वाग्रह से आशंकित मन पर नियंत्रण रख, अच्छे अवसरों का लाभ उठायें। सोमवार एवं मंगलवार को महत्वाकांक्षाएं सकारात्मकता हेतु उद्वेलित करेंगी। एक साथ ढेर सारी जिम्मेदारियाँ मन को बोझिल करेंगी। बुधवार एवं शनिवार को नये व्यावसायिक संबंध प्रगाढ़ होंगे। रचनात्मक कार्य से लोकप्रिय होंगे। नौकरी का वातावरण सुखद होगा।  

कर्क- प्रयासरत क्षेत्रों में अवरोध तथा दाम्पत्य जीवन में कष्ट संभव। कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलताओं के अवसर बनेंगे और प्रतिभा का जौहर बिखेरेंगे। राजकीय कर्मचारियों को नौकरी में कुछ परिवर्तित स्थितियां सुखद लगेंगी। सोमवार एवं बुधवार को स्वास्थ्य में छोटी-मोटी परेशानियां संभव हैं। परिवार में किसी श्रेष्ठजन की अस्वस्थता संभव। शुक्रवार एवं शनिवार को प्रयासरत क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। रोजगार में प्रयत्न सार्थक होंगे। विद्यार्थी कैरियर को चिंतित होंगे।   

सिंह- मन कई सारी चिंताओं से बोझिल रहेगा। नौकरी में अनवरत् श्रम से मन खिन्न होगा। आर्थिक सुदृढ़ता हेतु मन नई योजनाओं पर केंद्रित होगा। रविवार एवं सोमवार को अच्छी अभिलाषाए मन में जागृत होंगी। राजनीतिज्ञों की सक्रियता बढ़ेगी। शिक्षार्थियो को ग्रहों की अनुकूलता का लाभ मिलेगा। बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को व्यवहार कुशलता से संबंध प्रगाढ़ बनाएंगे। कार्यक्षेत्र में अनुकूल स्थिति से प्रसन्न होंगे। सामाजिकता के निर्वहन संबंधी व्यस्तता रहेगी। व्यावसायिक क्षेत्र में प्रतिभा में निखार आयेगा।

कन्या- विषम स्थिति में संयम से काम लें। आकस्मिक किसी सुखद समाचार से प्रसन्न होंगे। राजकीय कर्मचारियों के स्थान परिवर्तन का योग है। कुछ आर्थिक कठिनाइयां मन को परेशान करेंगी। किसी नये व्यवसाय में पूंजी निवेश से पूर्व अनुभवी लोगों से सलाह लें। राजकीय कर्मचारियों के लिए व्यस्तता रहेगी। विद्यार्थियों को ग्रहों की अनुकूलता रहेगी। बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को नकारात्मक चिंताओं से घिरा मन ईश्वर की शरण में केंद्रित होगा। आलस्य महत्वपूर्ण लाभ से वंचित कर सकता है। परिजनों की बातों का बुरा न माने।   

तुला- कार्यक्षेत्र में विरोधियों की सक्रियता से सावधान रहें। यह समय जीवन में बड़े परिवर्तन का है। अविवाहितों के विवाह तय होने का समय है। राजकीय कर्मचारियों के लिए नौकरी का वातावरण अरुचिकर होगा। शिक्षार्थियों का मन अनवरत् परिश्रम के लिए केंद्रित होगा। प्रणय संबंधों में आपकी प्रगाढ़ता बढ़ेगी। कुछ अनूठी अभिलाषाएं मन पर प्रभावी होंगी। बृहस्पतिवार एवं शनिवार को कल्पनाओं में जीना छोड़ भौतिक जगत के अनुकूल चलने का प्रयत्न करें। अनावश्यक कार्यों में समय बर्बाद न करें। अपने मन को किसी रचनात्मक व अच्छे कार्य में लगायें।

वृश्चिक- आय के कुछ नये साधन सुलभ होंगे। कार्यक्षेत्र में बचकाना स्वभाव से छवि कुप्रभावित हो सकती है। लंबी दूरी की यात्रा संभव। आर्थिक क्षेत्र में बड़े परिवर्तन का समय है। अच्छी योजनाओं द्वारा सफलता मिलेगी। सोमवार एवं मंगलवार को आय-व्यय में संतुलन बनायें। बृहस्पतिवार एवं शनिवार को उच्चस्तरीय लोगों से निकटता का लाभ मिलेगा। परिजनों व निकट संबंधों के स्नेह से सुखद व उत्साह अनुभूति  होगी।

धनु- आर्थिक क्षेत्र में नयी योजनाओं के क्रियान्वित होने से प्रगति के आसार बनेंगे। उच्चस्तरीय व्यक्तियों से निकटता प्रगति की ओर अग्रसर करेगी। लाभ के अच्छे अवसर मन में प्रसन्नता लाएंगे।  बड़ ही सुखद व मांगलिक सप्ताह होगा। रविवार व सोमवार को किसी महत्वपूर्ण दायित्व का सुव्यवस्थित ढंग से पूर्ति के लिए मन चिन्तित होगा। माता के सहयोग से परिवार में आपका पक्ष हर मुद्दे पर मजबूत होगा। उच्चस्तरीय व्यक्तियों से निकटता बढ़ेगी।

मकर- कमजोर मनोबल वश नकारात्मक चिन्ताएं मन पर प्रभावी होंगी। समय बड़ा मूल्यवान है। अत: इसे व्यर्थ न गंवायें। महत्वपूर्ण कार्य में अर्थ व्यय के योग हैं। घर-परिवार में कोई मांगलिक आयोजन भी संभव है। पारम्परिक व धार्मिक कार्य में आस्था बढ़ेगी। सोमवार व मंगलवार को परिजनों के सुख-दुख के प्रति मन चिन्तित होगा। नौकरी में किसी सहकर्मी से मतभेद संभव। शिक्षा प्रतियोगिता की दिशा में प्रयत्न सार्थक होगा। पारिवारिक वातावरण सुखद होगा। भौतिक सुख-साधन में व्यय संभव। 

कुंभ- श्रेष्टजन या अभिभावक से भावनात्मक कष्ट संभव। छोटी-छोटी बातो पर क्रोध न करें। राजनीतिकज्ञों को थोड़ा उथल-पुथल का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सावधानी अपेक्षित है। सोमवार व  मंगलवार को प्रयासरत् क्षेत्रों में थोड़े अवरोधों का सामना करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र में अत्यधिक श्रम वश आलस्य संभव। 

मीन- इस सप्ताह किसी महत्वपूर्ण कार्य की सार्थकता के लिए परिश्रम तीव्र होगा। आकस्मिक कोई लम्बी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। आर्थिक कठिनाईयां आपको परेशान करेंगी। भौतिक सुख-साधनों की पूर्ति में अत्यधिक व्यय के योग हैं। निकटस्थ संबंधों में भावनात्मक अपेक्षाएं कष्टकारी हो सकती हैं।  शिक्षा प्रतियोगिताकी दशा में कुछ चिन्ताएं मन पर प्रभावी होंगी। किसी महत्वपूर्ण कार्य हेतु प्रयत्न सार्थक होगा। किसी मित्र की मध्यस्थता से बिगड़े हुए संबंधों में सुधार संभव।

जानिए सप्ताह के व्रत और त्योहार

31 मार्च-गणगौर, गणगौरी तृतीया व्रत, मत्स्य जयन्ती, सौभाग्य शयन तृतीया, आन्दोलन तृतीया, दोलनारूढ़, शिवगौरी तृतीया, मनोरथ तृतीया। 1 अप्रैल-भद्रा अप. 04:08 बजे से अर्धरात्रियोत्तर 02:33 बजे तक, वैनायकी श्रीगणोश चतुर्थी व्रत, ब्रrावत। 2 अप्रैल-श्री रामराज्य महोत्सव, मध्याहन् व्यपिनी। 3 अप्रैल-श्री सूर्य षष्ठी, स्कन्द षष्ठी व्रत, श्री अशोक षष्ठी व्रत (बंगाल)। 4अप्रैल-वासन्ती दुर्गा पूजा शुरु,आयंबील (ओली) शुरु जैन। 5अप्रैल-भद्रा समाप्त प्रात: 07:50 बजे, महा निशा पूजा, श्री दुर्गाष्टमी, भवानी उत्पत्ति, अष्टमी को हवनादि करें। 6अप्रैल-श्री राम नवमी व्रत, श्री दुर्गा नवमी, तारा जयन्ती, श्री स्वामी नरायण जयन्ती, श्री राम जन्मोत्सव, नवमी का हवनादि आज करें।

पं. कृष्ण गोपाल मिश्र


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