Surya Grahan 2023 : सूतक काल के दौरान भूलकर भी न करें इनमें से कोई काम
Surya Grahan 2023 : सूतक काल के दौरान भूलकर भी न करें इनमें से कोई काम
Surya Grahan 2023 |
Sutak kaal me kya nahi karna chahiye : आज 14 अक्टूबर 2023 को साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण लगने वाला है। सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है, जिसे धार्मिक तौर पर अशुभ माना जाता है। हर साल धरती पर सूर्यग्रहण की स्थिति बनती है। सूर्यग्रहण की दृश्यता के अनुसार ही सूतक काल को निर्धारित किया जाता है। सूतक काल में कई सावधानियां रखी जाती है। सूतक के समय कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें करना वर्जित माना गया है। तो चलिए आपको बताते हैं सूतक काल के समय हमें कौन - कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।
कब लगता है सूर्य ग्रहण? Sutak kaal me kya nahi karna chahiye :
चाँद पृथ्वी की परिक्रमा करता है पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है। लेकिन कभी-कभी चंद्रमा,सूरज और धरती के बीच आ जाता है। जिसके चलते चंद्रमा सूरज की कुछ या सारी रोशनी अपने पीछे ही रोक लेता है। ऐसे होने से धरती पर काला साया यानि अंधियारा फैल जाता है। इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस प्रकार की घटना सदा अमावस्या के दिन होती है।
ग्रहण के समय क्या नहीं करना चाहिए - (Surya Grahan Sutak Dont's)
- हमारे ऋषि मुनियों द्वारा ग्रहण के समय खाना खाने को मना किया है, जिसका कारण यह है कि ग्रहण के समय खाने में कीटाणु बहुलता से फैलते हैं। सूक्ष्म जीव खाने में मिलकर खाना दूषित कर देते हैं। इसलिए पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय दूध, खाना इत्यादि के पात्रों में कुश डालने को कहा जाता है।
- सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती स्त्री को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए, क्योंकि उसके दुष्प्रभाव से शिशु अंगहीन होकर विकलांग बन सकता है। गर्भपात की सम्भावना बढ़ जाती है।
- सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती के पेट पर गोबर और तुलसी का लेप भी लगा दिया जाता है, जिससे कि राहु-केतु उसका स्पर्श न करें।
- सूर्यग्रहण के समय किसी प्रकार का अन्य कार्य ना करें, भजन कीर्तन तथा मंत्रों के उच्चारण कर सिद्धि को प्राप्त करने का प्रयास करें।
- इसके साथ ही ग्रहण के समय ताला खोलना, कपड़े धोना, लकड़ी, फूल इत्यादि तोड़ना, सोना, खाना इत्यादि वर्जित है।
- ग्रहण के दौरान नाखून कांटना, बालों में कंघी करना और दांतों की सफाई करना अशुभ माना जाता है।
- सूतक काल में सूर्य को अर्घ्य भी नहीं दिया जाता, न ही तुलसी और किसी भी पूजनीय पेड़-पौधों में जल अर्पित करते हैं।
- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को कुछ भी कैंची या चाकू से काटने को मना किया जाता है और वस्त्रादि को सिलने से रोका जाता है।
- शास्त्रों के अनुसार ग्रहण और सूतक के दौरान कोई भी शुभ कार्य पूजा, खरीदारी नहीं करना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं खास ख्याल रखें। सावधानियां बरतें और सूतक काल के समय घर से बाहर न निकलें।
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