रेल किराया बढ़ाना कठिन लेकिन सही फैसला

रेलवे का किराया बढ़ाना कठिन लेकिन सही फैसला :जेटली

मंत्री ने वेबसाइट फेसबुक पर ‘रेल किराये में बढ़ोतरी का सच’ शीषर्क से जो टिप्पणी की है उसमें कहा गया है कि किराया बढ़ाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड ने पांच फरवरी 2014 को किया था जबकि यूपीए सरकार सत्ता में थी.उस समय माल भाड़ा 5 प्रतिशत तथा यात्री किराया 10 प्रतिशत बढ़ाने का प्रस्ताव था.उन्होंने कहा कि उस प्रस्ताव के तहत माल भाड़े में वृद्धि एक अप्रैल तथा यात्री किराया में वृद्धि एक मई से प्रभावी होनी थी. ‘उस समय अंतरिम रेल बजट आना था फिर भी एक मई 2014 की तारीख इस उम्मीद में तय की गई ताकि तब तक आम चुनाव हो जाएंगे. रेलवे का प्रस्ताव था कि इस बढोतरी से रेलवे को 7,900 करोड़ रुपये अतिरिक्त मिलेंगे.’

 
 
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