महामंडलेश्वर बनीं फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी
महाकुंभ के 11 वें दिन एक चौंकाने वाला वाकया सामने आया है। संगम की रेती पर अचानक पहुंची बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं।
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शुक्रवार को संगम तट पर उन्होंने अपने पुरखों और खुद का पिंडदान करने के बाद उन्होंने इस आध्यात्मिक पथ की ओर कदम बढ़ाया। अब वह ‘ममता नंद गिरि’ के नाम से जानी जाएंगी। हालांकि उनका पट्टाभिषेक अभी बाकी है। जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी शुक्रवार सुबह गोपनीय तरीके से महाकुंभ क्षेत्र के किन्नर अखाड़े में पहुंचीं। उन्होंने अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से आशीर्वाद लिया। लगभग एक घंटे तक दोनों के बीच चर्चा हुई, जिसमें ममता के महामंडलेश्वर बनने को लेकर गहन बातचीत हुई।
इसके बाद किन्नर अखाड़े ने ममता को महामंडलेश्वर बनाने की घोषणा की गई। ममता को डा. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी के पास लेकर गईं, जहां उनके महामंडलेश्वर बनने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू की गई। ममता के महामंडलेश्वर बनने की घोषणा को किन्नर अखाड़े ने पूरी गोपनीयता के साथ रखा। इस प्रक्रिया के दौरान किन्नर अखाड़े के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे। महाकुंभ के दौरान ममता कुलकर्णी का साध्वी रूप चर्चा का विषय बना हुआ है। भगवा वस्त्रों में लिपटीं, गले में रुद्राक्ष की माला और कंधे पर भगवा झोला लिए, ममता ने पूर्ण साध्वी का रूप अपनाया। उनका यह नया अवतार श्रद्धालुओं के बीच आकषर्ण का केंद्र बन गया है।
संगम की पवित्र धरती पर ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डा. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से भेंट की। संतों से आशीर्वाद लेने के बाद ममता ने कहा, ‘महाकुंभ में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह आयोजन दिव्यता और अध्यात्म का प्रतीक है, और इसका हिस्सा बनना मेरे जीवन का यादगार अनुभव है।’ इस दौरान जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी जय अंबानंद गिरी ने उन्हें महाकुंभ की परंपराओं और अखाड़ों की ऐतिहासिक महत्ता से अवगत कराया। ममता ने कहा, ‘यह मेरा सौभाग्य है कि मैं इस अद्वितीय आयोजन का हिस्सा बनी। यहां की भव्यता और संतों का आशीर्वाद मेरे जीवन को नई ऊर्जा और प्रेरणा दे रहा है।’ ममता कुलकर्णी करन अजरुन, छुपा रुस्तम, घातक, चाईना गेट जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम कर चुकी हैं।
सोमनाथ आश्रम का करेंगीं जीर्णोद्धार
किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर डा.लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी पिछले डेढ़-दो साल से उनसे जुड़ी हुई हैं। अब वह पहले भी जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर से दीक्षा ले चुकी हैं। अब वह सनातन धर्म का पूर्ण रूप से प्रचार प्रसार करना चाहती हैं, इससे जुड़ना चाहती हैं। इसलिए उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया है। अब श्री एमवाई ममता नंद गिरी बन गई हैं।
उन्हें पायलट बाबा से किन्नर अखाड़े को उपहार में मिले सोमनाथ आश्रम का जीर्णोद्धार करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। वह करीब 25 साल से फिल्मों से दूर हैं। सनातनी बच्ची है, हम सनातनी बच्चे का तिरस्कार नहीं कर सकते हैं। किन्नर अखाड़े का प्रचार प्रसार करेंगी। पूर्ण रूप से संन्यास देकर किन्नर अखाड़ा अपना रहा है। और भी लोग शामिल है। किन्नर अखाड़ा अपना विस्तार कर रहा है।
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