Thank You for Coming Review: सी ग्रेड फिल्मों को भी छोड़ा पीछे
भूमि पेडनेकर का पूरी तरह से न्यूड सीन बिल्कुल भी हजम नहीं होता है। महिलाओं की सेक्स के मामले में आधुनिक सोच पर बनी यह फिल्म कहीं ना कहीं उनकी आधुनिक सोच को अपमानित करती है।
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पहले के समय में जब सी ग्रेड अभिनेत्री का ठप्पा लगता था तो कोई भी बड़ा बैनर काम नहीं देता था। बल्कि कितनी बड़ी बड़ी एक्ट्रेसस का करियर चौपट हो चुका है लेकिन अब हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्रियां महिला सशक्तिकरण के नाम पर बेहूदगी की सारी हदें पार कर रही हैं। जो कभी सी ग्रेड फिल्मों की हीरोइनें करती थीं। अनिल कपूर की बेटी रिया कपूर और जीतेंद्र की बेटी एकता कपूर ने इसी खांचे की फिल्म बनाई है, ’थैंक यू फॉर कमिंग’!
पांच साल पहले रिया कपूर ने एकता कपूर के साथ मिलकर फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' का निर्माण किया था। उस फिल्म का विषय भी महिलाओं की आधुनिक सोच और सेक्स के साथ पेश किया गया था। 'थैंक यू फॉर कमिंग' उससे भीआगे है। इस फिल्म की कहानी कनिका कपूर की भूमिका निभा रही भूमि पेडनेकर के इर्द- गिर्द घूमती है। कनिका कपूर का किरदार ऐसा है, जो पुरुष से यौन सुख पाने की कोशिश करती है, लेकिन उसको संतुष्टि नहीं मिलती है। उसका जीवन बस इसी एक धुरी पर टिका है कि कैसे वह यौन सुख का आनंद ले। जो भी पुरुष उसके जीवन में आते हैं, उसका वह यही कहते हुए स्वागत करती है कि थैंक यू फॉर कमिंग।
’थैंक यू फॉर कमिंग’ में अश्लील भाषा और अश्लील दृश्यों की भरमार है । सवाल ये है कि ऐसे दृश्यों को सेंसर बोर्ड ने पास कैसे किया है? हालांकि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को ए सर्टिफिकेट दिया है, लेकिन यह फिल्म उससे भी निचले स्तर की है। कहानी की डिमांड के नाम पर भूमि पेडनेकर का पूरी तरह से न्यूड सीन बिल्कुल भी हजम नहीं होता है। महिलाओं की सेक्स के मामले में आधुनिक सोच पर बनी यह फिल्म कहीं ना कहीं उनकी आधुनिक सोच को अपमानित करती है।
जब फिल्म का विषय इतना अश्लील हो तो ऐसे फिल्मों में अच्छे डायलॉग की उम्मीद करना अपनी बचकानी सोच का मुज़ाहेरा करना है। ‘सावित्री बनो तो बोर, सविता भाभी बनो तो वेश्या' या फिर 'वीर जारा टाइप प्यार, सनी लियोन टाइप बेचार’ जैसे चालू संवाद फिल्म को और निचले स्तर तक ले जाते हैं।
एकता कपूर और रिया कपूर ने इस फिल्म के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की है कि एक लड़की को शादी करने की कोई जरूरत नहीं है। जीवन में वही काम करना चाहिए जो खुद को अच्छा लगे। हद तो तब हो जाती है जब कॉलेज के एक कार्यक्रम में भूमि पेडनेकर अपनी सोच और सेक्स को लेकर खुलकर मंच पर बात करती हैं।
फिल्म ’थैंक यू फॉर कमिंग’ भूमि पेडनेकर के इर्द -गिर्द घूमती है। अगर उनकी भूमिका के मुताबिक उनके किरदार की बात करें तो उनके अंदर सेक्स अपील बिल्कुल भी नजर नहीं आती है। बल्कि भूमि की हरकतें देखकर घृणा आती है। वहीं शहनाज गिल और कुशा कपिला की फिल्म में ज़रुरत ही नहीं है। डॉली सिंह जरूर अपने काम से प्रभावित करती हैं। अनिल कपूर ने इस लिए फिल्म में काम कर लिया होगा क्योंकि यह उनके घर की फिल्म है। सुशांत दिग्विकर और करण कुंद्रा की कैमियो भूमिकाएं भी प्रभावित नहीं कर सकीं
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