कार्लोस अल्काराज टेनिस के नये किंग
कार्लोस अल्काराज (Carlos Alcaraz) के रूप में विम्बलडन (Wimbeldon) का नया बादशाह उभरकर सामने आया है।
![]() कार्लोस अल्काराज टेनिस के नये किंग |
इसे बिग थ्री युग की समाप्ति कहने की बजाय, एक नए युग की शुरुआत कहना उचित होगा। इसकी वजह बिग थ्री युग के नोवाक जोकोविच फाइनल में हार जरूर गए पर उनके प्रदर्शन से लगता नहीं है कि वह आसानी से हार मानने वाले हैं। इसलिए अगले साल तक ग्रैंड स्लैम टूर्नामेट के प्रदर्शन को देखना होगा। पर इतना जरूर है कि आने वाले दिनों में टेनिस में इन दोनों के मुकाबलों में और गरमाहट देखने को मिल सकती है। अल्काराज का यह दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है, क्योंकि वह पिछले साल यूएस ओपन खिताब जीत चुके हैं। पर विम्बलडन खिताब ने ही उनके ऊपर नए युग के चैंपियन की मोहर लगाई है। असल में यूएस ओपन खिताब जीतने के समय 23 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का रिकॉर्ड रखने वाले जोकोविच नहीं खेल रहे थे और अब उनको ही हराने से यह साफ हो गया है कि उन्होंने नए युग की शुरुआत कर दी है।
बोरिस बेकर ने यहां खिताब जीतने के दौरान जिस तरह की पॉवर का प्रदर्शन किया था, वैसा ही कुछ इस फाइनल में देखने को मिला था। दोनों में फर्क सिर्फ इतना है कि बेकर कॅरियर की शुरुआत कर रहे थे और 20 वर्षीय कार्लोस अल्काराज यहां नंबर एक खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे थे। अल्काराज सबसे कम उम्र में विम्बलडन खिताब जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। इससे पहले बोरिस बेकर 1985 में 17 साल, 228 दिन की उम्र में और ब्योर्न बोर्ग 20 साल 27 दिन की उम्र में खिताब जीत चुके हैं। वहीं अल्काराज ने 20 साल और 72 दिन की उम्र में खिताब जीता है। अल्काराज ने एक ऐसे खिलाड़ी को हराकर खिताब जीता है, जिसे काफी समय से विम्बलडन के ग्रास कोर्ट पर अजेय माना जाने लगा था। वह 2017 में टॉमस बर्डिच से क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद से नहीं हारे थे। वह इस हार के 2195 दिनों बाद हारे हैं। उनका विम्बलडन में विजय अभियान 34 जीतों के बाद थमा है।
अल्काराज और बेकर में शक्ति प्रदर्शन के मामले में काफी समानता नजर आती है। 23 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले जोकोविच ने इस मैच में जीत पाने के लिए सारा अनुभव उड़ेल दिया पर इस स्पेनिश खिलाड़ी ने उनकी एक नहीं चलने दी। जोकोविच ने जिस अंदाज में पहला सेट जीता, उससे एक बार तो लगा कि वह एक और खिताब तक आसानी से पहुंच जाएंगे, लेकिन दूसरे सेट में अल्काराज के वापसी करने के बाद जोकोविच के लिए हर अंक जीतना मुश्किल होता गया। जोकोविच ने अल्काराज के खेल की लय तोड़ने के लिए रफ्तार कम की पर इसका कोई असर नहीं हो सका।
उसने उनके हर शॉट का, हर वॉली का और हर सर्विस का जोरदारी से जवाब देकर जोकोविच को असहाय बनाए रखा। स्पेन में खजूर के पेड़ों के लिए पहचाने जाने वाले गांव अल पाल्मर के रहने वाले अल्काराज सिर्फ पॉवर खेल के ही मालिक नहीं हैं बल्कि बेहद चतुर खिलाड़ी भी हैं और यह खूबी उन्हें दूर तक ले जाने का संकेत जरूर देती है। उन्होंने कई बार नपे-तुले ड्रॉप शॉटों से जोकोविच को छकाया और जब कभी वह नेट पर गेंद लेने पहुंच गए तो अच्छे लॉब से अंक को अपने पक्ष में कर लिया। अल्काराज में सबसे बड़ी खूबी हार न मानने का जज्बा है। जोकोविच ने मात्र एक गेम खोकर जिस तरह पहला सेट जीता, वह किसी भी खिलाड़ी का मनोबल तोड़ने के लिए काफी था। पर अल्काराज ने जिस तरह से दूसरे सेट से अपने खेल को गति दी, वह बाकई काबिल-ए तारीफ था। उन्होंने खिताब जीतने के बाद जो कहा, उससे भी लगता है कि वह एक-दो नहीं बल्कि अपना साम्राज्य स्थापित करने के इरादे से आए हैं। अल्काराज ने कहा, मेरा सपना साकार हो गया। यह महान जीत है, लेकिन मैं हार भी जाता तो मुझे अपने प्रदर्शन पर गर्व होता, क्योंकि मैं फाइनल में अपने खेल के महान खिलाड़ी से खेल रहा था, क्योंकि मैंने आप से ही खेलने की प्रेरणा ली है।
जोकोविच ने फाइनल के बाद कहा कि कोई जीत के इतने करीब पहुंचने के बाद मैच नहीं हारना चाहेगा। पर यह भी है कि मैंने भी कुछ ऐसे मैच जीते हैं, जो हार सकता था, जैसे कि 2019 में रोजर फेडरर के खिलाफ। कार्लोस इस जीत का हकदार था। मैं समझता था कि आप हमें क्ले और हार्ड कोर्ट पर ही मुश्किल में डालेंगे। पर आपने तो ग्रास पर मुझे हैरत में हाल दिया। इससे यह साफ है कि अल्काराज ऑलराउंड क्षमता वाले खिलाड़ी हैं। सभी सतह पर शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी कम ही मिलते हैं। फेडरर और सम्प्रास क्ले पर कमजोर रहे हैं तो नडाल ग्रास पर बहुत शानदार प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। पर अल्काराज के खेल से लगता है कि वह सभी सतहों पर शानदार प्रदर्शन करने की काबिलियत रखते हैं, इससे लगता है कि बिग थ्री की जगह लेने वाला आ गया है। पिछले कुछ सालों में पुरुष टेनिस में दानिल मेडवेडेव, सिपसिपाच, रूबलेव, यानिक सिनर और ज्वेरेव जैसे युवा उभरे हैं। यह सभी खिलाड़ी समय-समय पर बिग थ्री सहित सभी दिग्गजों को फतह भी करते रहे हैं। पर इसमें से किसी ने भी यह अहसास नहीं कराया है कि वह बिग थ्री की जगह लेने का माद्दा रखते हैं, लेकिन कार्लोस अल्काराज ने इस प्रदर्शन से इस अहसास को जरूर ऊंची उड़ान दे दी है।
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