भारत में पांच हजार जैव सीएनजी विनिर्माण इकाई लगाने की संभावना: गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारत में स्वच्छ ईंधन को बढावा देने की पैरवी करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश में कम से कम पांच हजार जैव सीएनजी विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने की क्षमता है।
केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी |
केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने सीएनजी में परिवर्तित किया गया भारत का पहला डीजल ट्रैक्टर पेश किया। यह ट्रैक्टर गडकरी के नाम पर ही पंजीकृत है। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि इससे न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बदलाव आयेगा, बल्कि इसके परिणामस्वरूप रोजगार भी सृजन होगा।
मंत्री ने कहा, ‘‘सरकार भारत में कई जैव सीएनजी विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने की कोशिश कर रही है। पेट्रोलियम मंत्रालय जैव-सीएनजी खरीदने की योजना बना रहा है। इस क्षेत्र में रोजगार के बड़े अवसर हैं और यह हमारे आर्थिक विकास को प्रभावित कर सकता है। यह प्रौद्योगिकी सिद्ध है। भारत में पांच हजार जैव सीएनजी विनिर्माण इकाइयों की क्षमता है।’’
उन्होंने कहा कि भारत में किसान पराली जलाने के बजाय इन्हें बेचकर प्रति वर्ष 1,500 करोड़ रुपये कमा सकते हैं। इससे उनकी आय कई गुना हो सकती है, यदि वे सीएनजी बनाने में पराली का उपयोग करते हैं।
मंत्री ने यह भी कहा कि सीएनजी ट्रैक्टर का उपयोग करके एक किसान ईंधन की लागत पर औसतन 1.5-2 लाख रुपये बचा सकता है।
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