नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत 15 फरवरी से तेजस एक्सप्रेस के रूप में चलेगी
नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस को अब 15 फरवरी से 31 मार्च तक तेजस एक्सप्रेस के रूप में संचालित किया जाएगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में पहले स्वदेश निर्मित इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। 10 फरवरी को लिखे पत्र में, उत्तर रेलवे ने कहा, "रेलवे बोर्ड ने 15 फरवरी से 31 मार्च तक नई दिल्ली-वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के संबंध में अनुमति दी है।"
उत्तरी रेलवे के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि ट्रेन का संचालन केवल भारतीय रेलवे द्वारा किया जाएगा और किराए में कोई अंतर नहीं होगा।
भारतीय रेलवे वर्तमान में तेजस एक्सप्रेस सेवाओं के तहत चार जोड़ी ट्रेनों का संचालन कर रही है, जिसका तीन साल पहले शुभारंभ किया गया था।
इनमें से दो, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-करमाली तेजस एक्सप्रेस और चेन्नई एग्मोर-मदुरै जंक्शन तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे द्वारा चलाई जा रही है।
जबकि अन्य दो तेजस ट्रेनें -- लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस और मुंबई सेंट्रल-अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस, आईआरसीटीसी द्वारा संचालित हैं।
नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस को तेजस एक्सप्रेस के रूप में शामिल करने के साथ ही भारतीय रेलवे अब तीन तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करेगा।
मोदी ने 15 फरवरी, 2019 को वंदे भारत एक्सप्रेस को राष्ट्र को समर्पित किया था, और इसने दो दिन बाद नई दिल्ली से वाराणसी तक अपने वाणिज्यिक संचालन की शुरुआत की थी।
यह नई दिल्ली और वाराणसी के बीच की दूरी आठ घंटे में तय करती है। सोमवार और गुरुवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिनों में इसका संचालन होता है। इसमें 16 वातानुकूलित कोच हैं।
ट्रेन बेहतरीन सुविधाओं से लैस है, जिसमें हाई-स्पीड ऑन-बोर्ड वाईफाई, जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, टच-फ्री बायो-वैक्यूम शौचालय, एलईडी लाइटिंग, मोबाइल चार्जिग पॉइंट और एक जलवायु नियंत्रण प्रणाली है जो स्वचालित रूप से तापमान को समायोजित होती है।
रेलवे ने 5 अक्टूबर, 2019 को दिल्ली और कटरा के बीच एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की थी।
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