प्रीमियर लीग में मैच फिक्सिंग का खुलासा!

Last Updated 14 Aug 2024 03:16:48 PM IST

इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉलर मोसेस स्वाइबू, जो कभी मैच फिक्सिंग में शामिल होने के कारण जेल की सजा काट चुके हैं। उन्होंने अब एक चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि प्रीमियर लीग के कम से कम पांच खिलाड़ियों से मैच फिक्सरों ने संपर्क किया है।


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स्वाइबू को 2015 में द टेलीग्राफ द्वारा की गई गुप्त जांच के बाद रिश्वतखोरी की साजिश के लिए दोषी ठहराया गया था, लेकिन अब उन्होंने अपना जीवन बदल लिया है और अब वे युवा फुटबॉल खिलाड़ियों को जुए और मैच फिक्सिंग के खतरों के बारे में शिक्षित करने का काम करते हैं।

2015 और 2019 के बीच, उन्होंने प्रीमियर लीग और फुटबॉल एसोसिएशन (एफए) के साथ मिलकर कई कार्यशालाएं आयोजित कीं, जिनका उद्देश्य अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग के जाल में फंसने से बचाना था, जिनमें वे कभी खुद फंस गए थे।

टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्वाइबू ने बताया कि इन सत्रों के दौरान कई खिलाड़ियों ने उनसे बात की थी, जिनमें से कुछ ने बताया था कि उनके प्रशिक्षण मैदान के बाहर या लंदन के कैसिनो में मैच फिक्सरों ने उनसे संपर्क किया था।

रिपोर्ट में स्वाइबू के हवाले से कहा गया, "खिलाड़ियों ने मुझे बताया कि वे जुआ खेलते हैं। वे कहते हैं, 'मैं जुआ खेलता हूँ क्योंकि हम एक जुआ कंपनी द्वारा प्रायोजित हैं, तो मैं ऐसा क्यों नहीं कर सकता?"

स्वाइबू ने यह भी बताया कि कैसे खिलाड़ियों ने मैच फिक्सरों से होने वाले दबाव के बारे में उनसे बात की।

उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने वास्तव में कुछ मौकों पर मुझसे कहा, "प्रशिक्षण मैदान के बाहर मैच फिक्सरों ने मुझसे संपर्क किया है।"

स्वाइबू के दावों के जवाब में, एफए ने अंग्रेजी फुटबॉल की अखंडता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।

द टेलीग्राफ ने एफए के बयान का हवाला देते हुए कहा, "खेल के सभी स्तरों पर इंग्लिश फुटबॉल की अखंडता सबसे महत्वपूर्ण है। पेशेवर खिलाड़ियों द्वारा फुटबॉल पर जुआ खेलना सख्त वर्जित है । हर सीजन में हम सभी पेशेवर क्लबों और खिलाड़ियों को फुटबॉल में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग के जोखिमों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी और सलाह के साथ विशेष शिक्षा प्रदान करते हैं।"

 

आईएएनएस
लंदन


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