कभी सोचा नहीं था, टी-20 से विदा लूंगा लेकिन यह सही समय : रोहित
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कभी टी-20 क्रिकेट से विदा लेने के बारे में सोचा नहीं था लेकिन विराट कोहली की तरह युवा पीढ़ी के लिए रास्ता बनाने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया और कहा कि विश्व कप ट्रॉफी जीतने के साथ विदा लेने से बढ़िया क्या हो सकता है।
कभी सोचा नहीं था, टी-20 से विदा लूंगा लेकिन यह सही समय : रोहित |
दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में सात रन से हराने के बाद चुनिंदा मीडिया से बातचीत में रोहित ने कहा कि टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता हालांकि उन्होंने कहा कि वह आईपीएल खेलते रहेंगे।
रोहित ने कहा, ‘मैं अपने भविष्य के बारे में इस तरह से फैसले नहीं लेता । मुझे जो भीतर से अच्छा लगता है, मैं वही करता हूं। मैं आगे के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैंने पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद भी नहीं सोचा था कि यह विश्व कप खेलूंगा या नहीं।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी सोचा नहीं था कि टी-20 से संन्यास लूंगा। लेकिन हालात परफेक्ट हैं। विश्व कप जीतकर विदा लेना बेहतर है।’
रोहित ने कहा कि यह जीत सितारों में लिखी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘जो लिखा है, वो होने वाला है। ये लिखा था लेकिन हमको पता नहीं है कि कब लिखा है। नहीं तो हम आराम से आते और बोलते कि लिखा है, हो जाएगा।’
विराट कोहली ने कहा, ‘यह मेरा आखिरी टी-20 विश्व कप है। हम इसे जीतना चाहते थे। यह अद्भुत खेल है। जब हम बल्लेबाजी करने उतरे तो मैं रोहित से कह रहा था कि एक दिन आपको ऐसा लगता है कि आप रन नहीं बना पा रहे और ऐसा होता है। ईर महान है। मैं कृतज्ञता से सिर झुकाता हूं। मैं शुक्रगुजार हूं कि जिस दिन सबसे ज्यादा जरूरी था, मैं टीम के लिए योगदान दे सका।’
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘यह मेरा भी आखिरी मैच था। विदा लेने का यह एकदम सही समय है। मैं हर हालत में खिताब जीतना चाहता था। इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘मैं यही चाहता था और यह हो गया। मैं अपने जीवन में इसके लिए बहुत बेताब था। खुशी है कि इस बार हम जीत सके।’
रोहित शर्मा कहा, ‘सब कुछ ठीक होना जरूरी है। एक समय हम मैच में पीछे थे और लगा था कि वे आसानी से जीत जाएंगे।’ रोहित 2007 में पहले विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खिताब जीतने वाली टीम के भी सदस्य थे।
उन्होंने कहा, ‘मुझे बताया गया कि मैंने 2007 में शुरुआत की तब भी हमने विश्व कप जीता था और अब विश्व कप के साथ विदा ले रहा हूं। जिंदगी का चक्र पूरा हो गया। मैं बहुत खुश हूं। मैं उस समय 20 साल का था। मैं खिलाड़ियों से कहता हूं कि अपनी भूमिका निभाए। मैं उस समय पांचवें, छठे नंबर पर उतरता था।’
उन्होंने कहा, ‘अब मैं खेल को बेहतर समझता हूं। इतने साल खेल जो चुका हूं। यह सफर शानदार रहा। मैं हमेशा भारत के लिए मैच, खिताब जीतने की कोशिश करता हूं। मुझे नहीं पता कि यह महानतम जीत है या नहीं लेकिन महानतम में से एक है।’
रोहित ने टी-20 क्रिकेट में 159 मैच खेलकर 4231 रन बनाए जिसमें पांच शतक और 32 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं विराट ने 125 टी-20 मैचों में 48.69 की औसत से 4188 रन बनाए हैं। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 2022 में एकमात्र शतक लगाया था।
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