पंजाब किंग्स के खिलाफ रणनीति पर अमल करना होगा राजस्थान रॉयल्स को
पिछले मैच में जीत की दहलीज पर पहुंचकर हारी राजस्थान रॉयल्स को शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ रणनीति पर बेहतर अमल करना होगा क्योंकि मेजबान टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद बेहद सक्षम है।
पंजाब किंग्स के खिलाफ रणनीति पर अमल करना होगा राजस्थान रॉयल्स को |
रॉयल्स के पास लगातार पांचवीं जीत दर्ज करने का सुनहरा मौका था लेकिन राशिद खान की शानदार बल्लेबाजी के दम पर गुजरात टाइटंस ने बुधवार को आखिरी गेंद पर जीत दर्ज की।
रॉयल्स के लिए अपने गढ़ जयपुर में हारना किसी झटके से कम नहीं था।
वे इसे भुलाकर अब जीत की राह पर लौटने के इरादे से उतरेंगे। संजू सैमसन की कप्तानी वाली रॉयल्स के गेंदबाज कुलदीप सेन (19वां ओवर) और आवेश खान (20वां ओवर) ने 12 गेंदों के भीतर 35 रन दे डाले। सैमसन ने ट्रेंट बोल्ट से चार ओवर का कोटा पूरा नहीं कराके बड़ी चूक की जबकि बोल्ट ने दो ओवर में सिर्फ आठ रन दिए थे। दबाव के क्षणों में उनका अनुभव काफी काम आता।
दूसरी ओर शिखर धवन की कप्तानी वाली पंजाब टीम ने पांच में से दो मैच जीते और तीन गंवाए हैं। उसके धाकड़ बल्लेबाज चल नहीं पा रहे और शशांकंिसह तथा अभिषेक शर्मा जैसे गुमनाम बल्लेबाजों पर रन बनाने की सारी जिम्मेदारी आ गई है।
सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो (पांच मैचों में 81 रन) और मध्यक्रम के बल्लेबाज जितेश शर्मा (पांच मैचों में 77 रन) अपेक्षा के अनुरूप नहीं खेल पाए हैं।
जिससे टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी। सैम कुरेन गेंदबाजी में औसत रहे हैं और बल्ले से भी अपनी क्षमता के साथ न्याय नहीं कर पाए हैं। मध्यक्रम में टीम को चोटिल लियाम लिविंगस्टोन की कमी खल रही है।
पंजाब के गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहतर रहा है लेकिन पहले गेंदबाजी करने पर उन्होंने काफी रन लुटाए हैं।
पिछले तीन मैचों में पंजाब के खिलाफ विरोधी टीम ने 199, 199 और 182 रन बनाए हैं जबकि कैगिसो रबाडा और अर्शदीप सिंह जैसे गेंदबाज टीम में हैं। रॉयल्स के सामने चुनौती अच्छी लय बनाए रखने की भी है क्योंकि टूर्नामेंट में आम तौर पर अच्छी शुरुआत के बाद वे लड़खड़ा जाते हैं। यही वजह है कि पिछले छह सत्र में सिर्फ दो बार प्लेआफ में पहुंच सके।
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