Asian Para Games : भुजाहीन तीरंदाज शीतल दो स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी
भुजाहीन तीरंदाज शीतल देवी एशियाई पैरा खेलों में एक ही सत्र में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई, जिससे भारत के पदकों की संख्या 99 पर पहुंच गई।
भुजाहीन तीरंदाज शीतल देवी |
भारत ने शुक्रवार को सात स्वर्ण सहित 17 पदक जीते। जिसमें बैड¨मटन में सबसे अधिक आठ (चार स्वर्ण के साथ) पदकों का योगदान दिया।
एशियाई पैरा खेलों में एक दिन शेष बचा है तब भारत 25 स्वर्ण, 29 रजत और 45 कांस्य के साथ चीन (196 स्वर्ण, 159 रजत, 138 कांस्य), जापान (39, 44, 56), ईरान (39, 39, 37), कोरिया (28, 30, 37) और इंडोनेशिया (26, 21, 32) के बाद छठे स्थान पर है। भारत कुल पदकों की संख्या के मामले में चौथे स्थान पर है।
शीतल ने महिलाओं के व्यक्तिगत कंपाउंड वर्ग में शुक्रवार को शीर्ष स्थान हासिल किया। जम्मू कश्मीर की 16 वर्ष की शीतल अपने पैरों से तीर चलाती है। इससे पहले उन्होंने कंपाउंड मिश्रित वर्ग में स्वर्ण और महिला युगल में रजत जीता था।
अंकुर धामा इस सप्ताह एक ही सत्र में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। एक अन्य भारतीय तीरंदाज, राकेश कुमार ने पुरुषों की कंपाउंड स्पर्धा में ईरान के अलीसिन
मंशाएजादेह को शूटऑफ में 144(10)-144(9) से हराकर रजत पदक जीता। बैड¨मटन में प्रमोद भगत ने एकल एसएल3 वर्ग में नितेश कुमार को 22-20, 21-19 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई ने एसएल 4 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। सुकांत कदम को कांस्य पदक मिला। महिलाओं के एसयू5 फाइनल में टी मुरूगेसन ने स्थानीय खिलाड़ी यांग कियूशिया को 21-19, 21-19 से हराकर पीला तमगा हासिल किया। मनीषा रामदास को कांस्य पदक मिला।
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