Uttarakhand Weather Update: गौरीकुंड में भारी बारिश से भूस्खलन, 13 लोग लापता; CM धामी ने किया औचक निरीक्षण
गौरीकुंड के डाट पुलिया के पास भारी बारिश व ऊपर से भूस्खलन होने के कारण दो दुकानें व एक खोखा बहने की सूचना है।
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केदारनाथ धाम यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में डाट पुलिया के समीप गुरुवार रात्रि करीब 11 बजकर 30 मिनट पर भूस्खलन होने के कारण 13 लोग लापता हो गए और दो दुकानें व एक खोखा बह गया। एनडीआरफ व एसडीआरएफ की टीमें मौके पर राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं।
सेक्टर अधिकारी गौरीकुंड ने बताया कि , आपदा प्रबंधन अधिकारी व डीडीआरएफ टीम उपकरणों सहित घटनास्थल पर देर रात को पहुंच गई है। भारी बारिश एवं बोल्डर गिरने के कारण सर्च और रेस्क्यू कार्य रात को रोक दिया गया । सुबह होने पर सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है। मौके पर डीडीआरफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ, पुलिस तहसील उखीमठ, तहसीलदार मौजूद हैं। केदारघाटी में देर रात से बारिश जारी है।
#WATCH हमें जानकारी मिली कि चट्टानें गिरने और भारी बारिश के कारण 3 दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं...तलाशी अभियान शुरू किया गया। बताया गया कि वहां करीब 10-12 लोग थे लेकिन अब तक उनका पता नहीं चल सका है: आपदा प्रबंधन पदाधिकारी दलीप सिंह रजवार pic.twitter.com/RKZAaGrn73
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 4, 2023
रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हादसे में 10 से 12 लोगों के लापता होने की संभावना है। सर्च अभियान चल रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी दी है कि,गौरीकुंड डाट पुलिया के समीप भूस्खलन होने के कारण 2 दुकाने और 1 खोका बहने की सूचना प्राप्त हुई है।
सीएम धामी पहुंचे आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम, गौरीकुंड हादसे पर सहायता पहुंचाने के दिए निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार सुबह औचक निरीक्षण करने के लिए आपदा प्रबंधन के कंट्रोल रूम में पहुंचे जहां उन्होंने आपदा कंट्रोल रूम में तमाम मौजूद अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने बीते दिन हुए गौरीकुंड में दुखद हादसे को लेकर दुख जताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि, जो भी संभव सहायता हो वह सहायता की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि 12 से 13 लोग इस घटना में लापता हैं जिनका रेस्क्यू चलाया जाए। साथ ही ड्रोन के द्वारा भी उचित मॉनिटरिंग की जाए।
इसके अलावा प्रदेश में जितनी भी सड़कें बंद हैं, उन सड़कों को खोलने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने आपदा सचिव को दिए।
इसके साथ ही उन्होंने तमाम जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि नदी के किनारे जहां पर भी ऐसी स्थिति पूरे प्रदेश में बन रही है, वहां के लोगों को पहले ही एहतियात बरतते हुए स्थानांतरित करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक जो जानकारी उन्हें मिली हैं, उसके तहत 8 लोग नेपाल मूल के बताए जा रहे हैं। उसके साथ ही प्रशासन की टीमें मौके पर मौजूद हैं और जानकारी जुटाई जा रही है कि जो भी लोग लापता हैं, वो कहां के रहने वाले थे। और असल में कितना नुकसान हुआ है।
सेक्टर अधिकारी गौरीकुंड ने लापता लोगों का नाम-पता इस प्रकार बताया है।:- 1. आशु, उम्र 23 साल, निवासी जनई। 2. प्रियांशु चमोला एस/ओ कमलेश चमोला, 18 साल, निवासी तिलवाड़ा। 3. रणबीर सिंह, 28 साल, निवासी बस्टी। 4. अमर बोहरा एस/ओ मान बहादुर बोहरा, निवासी नेपाल। 5. अनिता बोहरा डब्लू/ओ अमर बोहरा, 26 साल, निवासी नेपाल। 6. राधिका बोहरा डी/ओ अमर बोहरा, 14 साल, निवासी नेपाल। 7. पिंकी बोहरा डी/ओ अमर बोहरा, 8 साल, निवासी नेपाल। 8. पृथ्वी बोहरा एस/ओ अमर बोहरा, 7 साल, निवासी नेपाल। 9. जटिल एस/ओ अमर बोहरा, 6 साल, निवासी नेपाल। 10, वकील एस/ओ अमर बोहरा, 3 साल, निवासी नेपाल। 11, विनोद एस/ओ बदन सिंह, 26 साल, निवासी खानवा भरतपुर। 12, मुलायम एस/ओ जसवंत सिंह, 25 साल, निवासी नगला बंजारा सहारनपुर।
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