उत्तराखंड : भारत-चीन सीमा में ग्लेशियर टूटा, 8 शव बरामद, छह की हालत गम्भीर
उत्तराखंड में चमोली जनपद से लगे चीन सीमा पर ग्लेशियर टूटने के कारण सुमना स्थित बीआरओ कैम्प के पास हुए भारी हिमपात में भारतीय सेना ने 384 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है जबकि आठ शव बरामद हुए हैं तथा छह अन्य की हालत गम्भीर है।
उत्तराखंड : भारत-चीन सीमा में ग्लेशियर टूटा, 2 की मौत |
भारतीय सेना के अतिरिक्त महानिदेशक जनसम्पर्क ने टिवटर के माध्यम से बताया कि अभी तक कुल 384 व्यक्ति सुरक्षित निकाले जा चुके हैं। राहत कार्य प्रगति पर है।
इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हेलीकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
#WATCH | Uttarakhand: CM Tirath Singh Rawat conducts an aerial survey of Sumna area of Joshimath Sector in Chamoli district, where an avalanche occurred yesterday during heavy snowfall. pic.twitter.com/Iq8bz1hFYC
— ANI (@ANI) April 24, 2021
कई बार हिमस्खलन आने कि वजह से रोड चार से पांच जगहों से कट गई। जोशीमठ में बॉर्डर रोड टास्क फोर्स की टीमें काम कर रही हैं।
भारतीय सेना ने कहा, "अन्य मजदूरों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है।"
सेना ने कहा कि उत्तराखंड में सुमना रिमखिम मार्ग पर स्थित सुमना गांव से करीब चार किमी आगे हिमस्खलन की चपेट में आने के तुरंत बाद भारतीय सेना द्वारा बचाव अभियान शुरू किया गया।
सेना ने कहा, "क्षेत्र में पिछले 5 दिनों से भारी बारिश और हिमपात हुआ है, जो अभी भी जारी है।"
भूस्खलन के कारण चार से पांच स्थानों पर सड़क का संपर्क कट गया है। जोशीमठ से बॉर्डर रोड टास्क फोर्स (बीआरटीएफ) की टीमें शुक्रवार शाम से ही भापकुंड से सुमना तक स्लाइड को साफ करने का काम कर रही हैं।
भारतीय सेना ने कहा, "इस पूरी जगह को साफ करने में छह से आठ घंटे लगने की उम्मीद है।"
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि ऋषि गंगा नदी में जल स्तर दो फीट बढ़ गया है।
केंद्र सरकार स्थिति की निगरानी कर रही है और बचाव कार्यों के लिए सभी हितधारकों को सतर्क कर दिया है।
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