मुस्लिम समुदाय का सबसे खास महीना रमजान चल रहा है। आज रमजान का आखिरी जुमा यानी अलविदा जुमा है। रमजान महीने का आखिरी जुमा यानि अलविदा कि नमाज शुक्रवार को लखनऊ समेत देशभर में पढ़ी जाएगी।
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उत्तर प्रदेश में अलविदा जुमे की नमाज को लेकर पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। संभल शहर में सबसे ज्यादा चौकसी की जा रही है। इसके साथ अमरोहा, मेरठ, बरेली लखनऊ रायबरेली समेत तमाम शहरों में अलविदा की नमाज के लिए कड़े इंतजाम किए गए है। संवेदनशील इलाके में फोर्स तैनात है। सभी जगहों पर सोशल मीडिया से कड़ी निगरानी हो रही है।
राजधानी लखनऊ में आखिरी जुमा में अलविदा की नमाज शुक्रवार को अदा की जाएगी। ऐशबाग ईदगाह स्थित जामा मस्जिद में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नमाज पढ़ाएंगे। अलविदा की नमाज को देखते हुए शहर को पांच जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है। 64 हॉटस्पॉट भी चिह्नित किए गए हैं। सभी जगह भारी पुलिस फोर्स तैनात है। नमाज के दौरान ड्रोन से निगरानी की जाएगी। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट करने वालों पर कड़ी नजर रहेगी।
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई जुमे की नमाज को लेकर खुद निगरानी कर रहे हैं। उनका कहना है कि इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है। पीएसी और अन्य पुलिस बलों को सुरक्षा में लगाया गया है । सभी से पीस कमेटी की बैठक में अपील की जा चुकी है कि वह शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार मनाएं। सोशल मीडिया पर निगरानी की जा रही है।
संभल के स्थानीय निवासी मोहम्मद नबी ने बताया कि यहां पर नमाजियों के लिए स्पेशल कारपेट और शामियाने का इंतजाम किया गया है। जिससे उन्हें नमाज पढ़ने में दिक्कत न हो। 1: 40 से 1:50 के बीच में नमाज अदा होगी। यहां पर बहुत लोगों के आने की संभावना है। छत पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।
अमरोहा के पुलिस अधीक्षक अमित आनन्द ने कहा कि अलविदा की नमाज को पर्याप्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है। पीस की कमेटी की मीटिंग की जा चुकी है। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से निगरानी हो रही है। आपत्तिजनक और भ्रामक सूचना फैलाने वाले के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
जामा मस्जिद अमरोहा में अरबिया जामा मस्जिद में मौलाना डॉ. सैय्यद मोहम्मद हाशिम अल-हाज सैय्यद जाकिर हुसैन काजमी की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि अलविदा जुमा की नमाज 28 मार्च 2025 अदा करने के लिए तशरीफ लाने वाले हजरात पैदल ही जामा मस्जिद पहुंचने का एहतमाम करें। बाइक से आने वाले हजरात अब्दुल करीम खान इंटर कॉलेज वाले रास्ते से तशरीफ लायें। आम रास्तों पर नमाज अदा ना करें, अमन व अमान का माहौल कायम रखें।
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताड़ा ने बताया कि अलविदा और ईद उल फितर को लेकर सभी संभ्रांत नागरिकों से बात की गई है। पुलिस के साथ अन्य विभाग शामिल है। सबको बताया गया है। सभी को शासन के निर्देशों को बताया गया है। सभी ने आश्वासन दिया गया है कि निर्देशों का पालन किया जाएगा। इलाके के संवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया गया है। वहां अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। पुलिस और आरएएफ का निरंतर फ्लैग मार्च हो रहा है। ड्रोन सीसीटीवी के जरिए से भी देखा जा रहा है।
इसके अलावा सोशल मीडिया से निगरानी हो रही है। जो भी संदिग्ध हैं। उन्हें चेतावनी भी दी जा रही है। अभी तक कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। मेरा सभी से निवेदन है कि सभी लोग शांति और सौहार्द के साथ इस त्योहार को मनाएं जो भी दिशा निर्देश हो उसका पालन करें। पुलिस प्रशासन आपके सहयोग के लिए है। कहीं कोई अफवाह फैलाता है तो तुरंत पुलिस को अवगत कराएं। तुरंत पुलिस आपकी मदद करेगी। बरेली में भी पुलिस ने जुमा की नमाज को लेकर फ्लैग मार्च किया है। पुलिस सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से निगरानी कर रही है। पुलिस फोर्स लगातार हर गतिविधियों पर निगाह बनाए हुए है।
उधर, रायबरेली में सीओ ने बताया कि अलविदा की नमाज के लिए पुलिस पीएसी और अन्य फोर्स द्वारा जहां भी सेंसेटिव इलाका है वहां पर पेट्रोलिंग की गई है। पीस कमेटी की मीटिंग में हिंदू, मुस्लिम धर्मगुरुओं से बातचीत की गई है। शासन के निर्देशों को बताया गया है। जहां पर मस्जिद है वहां पर फोर्स लगाई गई है। पूर्व की तरह ही सड़कों पर कोई नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। जो भी नमाज होगी, वह मस्जिदों में ही आयोजित होगी।
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