लखनऊ रवाना होने से पहले राहुल गांधी बोले- देश की आवाज को कुचला जा रहा

Last Updated 06 Oct 2021 10:21:06 AM IST

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने कुछ सहयोगी नेताओं के साथ लखीमपुर खीरी जाने के लिए बुधवार को एक विमान से लखनऊ पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें यहीं रोकने का निर्णय किया है।


आज लखीमपुर जाएंगे राहुल, योगी सरकार ने नहीं दी अनुमति (फाइल फोटो)

कांग्रेस के अनुसार राहुल गांधी के नेतृत्व में इस टीम में, मंगलवार देर रात ही दिल्ली से चंडीगढ़ पहुँचे, पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल शामिल हैं।

दिल्ली से रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने कहा वो पीड़ित परिवार से मिलना चाहते हैं। राहुल गांधी ने कहा, आज दो मुख्यमंत्रियों के साथ हम लखीमपुर खीरी जाने का प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी कल उत्तरप्रदेश गए थे, लेकिन वो लखीमपुर नहीं गये। तीन धारा 144 में जा सकते हैं, एक नए तरीके की राजनीति हो रही है, देश में। हमने इसको लेकर पत्र भी लिखा। विपक्ष का काम दबाव बनाने का है, ताकि कार्रवाई हो।

राहुल गांधी ने कहा, किसानों पर भाजपा आक्रमण कर रही है, जीप से कुचला जा रहा है, हत्या की जा रही है, गृह राज्यमंत्री के पुत्र को बचाया जा रहा है। दूसरी ओर देश में किसानों पर लगातार आक्रमण हो रहा है। भूमि अधिग्रहण, तीन कृषि कानून से किसानों को बर्बाद किया जा रहा है।

राहुल गांधी ने कहा, हमारे परिवार को मैन हैंडलिंग से कोई फर्क नही पड़ता। चाहे प्रियंका हो या मैं, हमारी सालों पुरानी ट्रेनिंग है। हमे इन चीजों से कोई फर्क नही पड़ता।


उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी उनके साथ लखनऊ जाएंगे और फिर वे लखीमपुर खीरी जाएंगे।

राहुल ने कहा, "जब अन्य राजनीतिक दलों को लखीमपुर खीरी जाने दिया जा रहा है, तो कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को क्यों नहीं जाने दिया जाएगा।"

 



प्रियंका की नजरबंदी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमें लोगों के मुद्दों को उठाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है और हम हाथापाई की स्थिति होने पर भी पीछे नहीं हटने वाले हैं।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा किसानों पर हमला किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार देर रात राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि रविवार की हिंसा के बाद वहां धारा 144 लागू कर दी गई थी जिसे प्रशासन ने आज निषेधाज्ञा को 8 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला किया है।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने राहुल के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के लिए अनुमति मांगी थी।

कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिले का दौरा करने की योजना बनाई है।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल बहन प्रियंका से भी मुलाकात करेंगे, जिन्हें सोमवार से सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में रखा गया है।

मंगलवार शाम को उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया और गेस्ट हाउस को अस्थायी जेल के रूप में अधिसूचित किया गया है।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया। उनके लिए सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में अस्थायी जेल बना दी गई है। प्रियंका गांधी के साथ हरियाणा से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ पुलिस ने धारा 151, 107, 116 के तहत मामला दर्ज किया है।

संजय राउत ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कहा, "प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अगर कानून सभी के लिए एक है, तो फिर क्यों प्रियंका गांधी जेल में हैं और अन्य मंत्री फ्री क्यों घूम रहे हैं?"

उन्होंने कहा, "विपक्षी नेताओं को किसानों से मिलने से रोका जा रहा है। उत्तर प्रदेश में सरकार के दमन के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होकर कदम उठाने की जरूरत है।"

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 8 लोगों के मारे जाने की जानकारी सामने आ रही है, जिसमें किसान भी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखीमपुर आ रहे थे और इसके खिलाफ किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। उसी दौरान हिंसा हुई और इसके लिए केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे और किसानों के प्रदर्शन में शामिल उपद्रवी तत्वों को जिम्मेदार बताया जा रहा है। हालांकि अभी पूरे मामले की जांच चल रही है।
 

लखनऊ में निषेधात्मक आदेश आठ नवंबर तक बढ़ाया गया

लखनऊ पुलिस आयुक्तालय ने आगामी नवरात्रि, दशहरा, दिवाली, भाई दूज और छठ के मद्देनजर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा की समयावधि को बढ़ा दिया है। पुलिस और जिला प्रशासन ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा को 8 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला किया।

इसका मतलब है कि पांच से ज्यादा लोगों के जमावड़े वाले किसी भी आयोजन के लिए पुलिस और जिला प्रशासन की मंजूरी जरूरी होगी।

संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया ने कहा कि असामाजिक तत्व त्योहारों के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए, सीआरपीसी की धारा 144 के तहत शक्तियों का उपयोग करते हुए, शांति और सद्भाव बनाए रखने और जनता और संपत्ति की सुरक्षा के लिए ये आदेश पारित किए गए हैं।

मोर्डिया ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित करने और दशहरा समारोह आयोजित करने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।

आईएएनएस
लखनऊ


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