अनिल देशमुख के काफिले पर हमला, 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

Last Updated 19 Nov 2024 03:51:58 PM IST

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता अनिल देशमुख की कार पर सोमवार रात किए गए पथराव के संबंध में चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।


अधिकारियों ने बताया कि अनिल देशमुख नारखेड गांव में जब एक जनसभा में भाग लेने के बाद रात करीब आठ बजे काटोल लौट रहे थे, तब कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी गाड़ी पर पथराव किया जिससे वह घायल हो गये। इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

राकांपा (एसपी) की महाराष्ट्र ईकाई के प्रवक्ता प्रवीण कुंटे ने दावा किया कि देशमुख पर किए गए हमले के पीछे एक ‘साजिश’ थी और उन्होंने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया।

राकांपा (एसपी) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन हुई इस घटना की उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, काटोल के समीप जलालखेडा रोड पर बेलफाटा के पास अनिल देशमुख की गाड़ी पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने पथराव किया जिससे उनके सिर और कंधे पर चोट पहुंची। उन्हें तत्काल काटोल सिविल अस्पताल ले जाया गया।

बाद में उन्हें यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

नागपुर के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक (एसपी) हर्श पोद्दार ने मंगलवार को बताया कि इस मामले पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए हत्या के प्रयास के आरोप में चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि एक फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर तकनीकी साक्ष्य एकत्र करने के लिए गई।

पोद्दार ने बताया कि काटोल के उप-पुलिस अधीक्षक मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिलाधिकारी ने भी घटनास्थल का दौरा किया।

पोद्दार ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।

अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख राकांपा (एसपी) के टिकट पर काटोल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चरणसिंह ठाकुर से है।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन में राकांपा (एसपी) के प्रवक्ता कुंटे ने बताया कि पूर्व मंत्री के सिर और कंधे पर चोट पहुंची है और चिकित्सकों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।

यह पूछे जाने पर कि इस हमले के पीछे किसका हाथ है, इसके लिए उन्होंने भाजपा और उसके नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के लिए राज्य के गृह मंत्री उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, भाजपा के विधान पार्षद परिणय फुके और काटोल से उम्मीदवार ठाकुर के बीच ‘‘मिलीभगत’’ है।

कुंटे ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था नहीं है और राज्य के पूर्व गृह मंत्री पर हमला किया गया। उन्होंने दावा किया कि देशमुख के आवास पर रात भर कोई पुलिस सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।

उन्होंने फुके द्वारा मंगलवार को सुबह एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने और अनिल देशमुख पर हुए हमले को एक ‘‘राजनीतिक स्टंट’’ बताए जाने पर भी सवाल उठाए।

कुंटे ने दावा किया, ‘‘यह स्टंट नहीं बल्कि अनिल देशमुख के खिलाफ रची गई साजिश है।’’

इससे पहले, राकांपा (एसपी) के प्रवक्ता वेदप्रकाश आर्य ने सोमवार को इस घटना की निंदा करते हुए मामले की उच्च-स्तरीय जांच किए जाने और देशमुख के परिवार को पुलिस सुरक्षा दिए जाने की मांग की।

आर्य ने एक बयान में कहा, ‘‘काटोल के बेलफाटा बिष्णुर में कुछ लोगों ने अनिल देशमुख की कार पर हमला किया, जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई है। पहले काटोल में उनका इलाज कराया गया लेकिन चोट गंभीर होने के कारण उन्हें नागपुर स्थानांतरित किया गया है।’’

उन्होंने दावा किया कि उनके राजनीतिक विरोधियों को अपनी हार का आभास हो गया है, इसलिए उन्होंने इस तरह के कायरतापूर्ण हमले का सहारा लिया।
 

भाषा
नागपुर


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