अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर के खिलाफ यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करने पर विरोध शुरू हो गया है।
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वीसी के खिलाफ विश्वविद्यालय परिसर में पोस्टर लगाए गए हैं। मंसूर ने एक बयान में कल्याण सिंह की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया था, जो 1992 में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।
जाहिर तौर पर 'अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों' द्वारा लगाए गए पोस्टर में मंसूर के कृत्य को 'माफ ना करने वाला अपराध' बताया गया है।
पोस्टर में कहा गया है, "उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति के शोक शब्द ना केवल शर्म की बात है बल्कि हमारे समुदाय की धार्मिक भावनाओं को भी आहत करते हैं क्योंकि यह लोकाचार, संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है। कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद विध्वंस में ना केवल मुख्य अपराधी है, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के संबंध में तिरस्कार के भी अपराधी है।"
एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने घटना को कुछ बदमाशों की करतूत बताई है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर खाली है और वर्तमान में कोई भी छात्र अंदर नहीं रह रहा है।
अली ने कहा, "हमें विश्वविद्यालय के अंदर दो-तीन जगहों पर ऐसे पोस्टरों के बारे में जानकारी मिली और बाद में उन्हें हटा दिया गया। वीसी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।"
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