मुजफ्फरनगर: CM योगी ने कोविड कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण, दिए ये निर्देश
कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्राउंड जीरो पर उतरे हैं। वह लगातार जिलों का दौरा कर वहां की समीक्षा कर रहे हैं। इसी क्रम में वह आज मुजफ्फरनगर की दौरे पर हैं।
मुजफ्फरनगर पहुंचे CM योगी |
इस दौरान योगी ने कहा कि थर्ड वेव की आशंका को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है। बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए हमने इस बारे में तैयारी कर ली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस लाइन से कोविड सेंटरों के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए। यहां पर उन्होंने इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। सभी व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए, जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के बारे में अधिकारियों को निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि, "थर्ड वेव की आशंका को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है। बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए हमने इस बारे में तैयारी कर ली है। हर जनपद में पीडियाट्रिक आईसीयू निर्माण व मेडिकल स्टाफ ट्रेनिंग की कार्यवाही प्रारम्भ हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 संक्रमण फैलने की आशंका से पहले से ही पूरी तरह सतर्क हैं। 5 मई से गांवों में घर-घर निगरानी समिति द्वारा स्क्रीनिंग का काम चल रहा है। लक्षणयुक्त व संदिग्ध व्यक्तियों की लिस्ट बनाई जा रही है साथ ही लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है। 24 घंटे के अंदर ऐसे गांवों में पहुंच कर लोगों का एंटीजन टेस्ट और आरटी- पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन व फॉगिंग की कार्यवाही की जा रही है, मुजफ्फरनगर में भी 6 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट प्रस्तावित हैं, जिन्हें हम जल्दी ही लगाने जा रहे हैं। यहां पहले से 4 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट मौजूद हैं। हर जनपद मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में आत्मनिर्भर बन सके, इसके लिए भी प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में कार्यवाही प्रारम्भ हुई है। प्रदेश में 300 से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाने की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। यूपी देश में सर्वाधिक कोविड-19 टेस्ट करने वाला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक हमने 4.50 करोड़ कोविड-19 टेस्ट सम्पन्न किए हैं। वर्तमान में हमारा रिकवरी रेट 90 फीसदी है। देश में सबसे अधिक पॉजिटिव केस 24 अप्रैल को आए थे। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हमारा पॉजिटिविटी रेट ज्यादा व रिकवरी रेट कम था। मुझे आप सबको आज यह बताते हुए प्रसन्नता है कि अब प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट लगातार घट रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी की नई चुनौती हमारे सामने आई है। प्रदेश में इस बीमारी से संबंधित कुछ मामले दर्ज हुए हैं। इसको लेकर एडवाइजरी पहले ही जारी की जा चुकी है। ब्लैक फंगस व पोस्ट कोविड मरीजों के उपचार के लिए हर जनपद में व्यवस्था की गई है। मीडिया को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ने शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव रामपुर का दौरान किया। वहां उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण में जुटी रैपिड रेस्पांस टीम की सदस्य आशा कार्यकत्रियों से वार्ता की।
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